रांचीः वाह क्या स्वाद है, बोलो क्या क्या खाओगे. मोमो भी है, भोजपुर का खुरमा, नेपाल की सेल रोटी, खड़गपुर का लजीज मशाला सब कुछ मौजूद है आनंद मेले में. राजधानी के जैप वन ग्राउंड में चल रहे आनंद मेले में इन लजीज व्यंजनों का लुत्फ लोगों ने खूब उठाया. इतना ही नहीं पैक कराकर घर भी ले गए. पांच जनवरी से आठ जनवरी तक चले इस मेले का उद्देश्य स्थापना दिवस का उल्लास मनाना था.
देश की संस्कृति का आकर्षक नजारा
आनंद मेले में देश की संस्कृति का आकर्षक नजारा भी दिखा. राजस्थान, गुजरात , उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कश्मीर, बिहार सहित अन्य राज्यों की संस्कृति भी झलक दिखी. इन राज्यों के परिधान आकर्षण का केंद्र रहे. इनकी भी जमकर खरीदारी हुई.
मनोरंजन के साथ सैन्य प्रदर्शनी भी लोगों को अपनी ओर खींचने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. नेपाल की पारंपरिक प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र बना रहा. वहां की पौराणिक संस्कृति को बखूबी दर्शाया गया.
ग्रीस पोल प्रतियोगिता भी
मेले के अंतिम दिन में ग्रीस पोल प्रतियोगिता हुई. यह अपने आप में एक अनूठा गेम रहा. इसमें 24 फीट ऊंची पोल होती है. उस पोल पर ग्रीस के कई के लेयर चढ़े होते हैं, सबसे ऊपर एक झंडा होता है जो उस झंडे को छूता है वो विजयी घोषित होता है. साथ ही इनाम के तौर पर बकरा दिया जाता है और इसके साथ ही मेले की समाप्ति होती है.