यूपी सरकार ने सोमवार रात को अयोध्या प्रकरण से जुड़े पक्षकारों और धर्माचार्यों समेत 59 प्रमुख लोगों की सुरक्षा बढ़ा दी है. इनमें कई प्रमुख लोगों की सुरक्षा श्रेणी बढ़ा दी गई है. जिसमें यूपी के प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रमुख जुफर फारूकी और कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा शामिल हैं.
आपको बता दें कि यूपी सरकार ने सोमवार रात गहन समीक्षा के बाद वसीम रिजवी और जुफर फारूकी को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, इससे पहले उन्हें सामान्य श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी. अयोध्या पर फैसला आने से पहले भी इनकी सुरक्षा की समीक्षा की गई थी. कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को पहले y श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी. खुफिया इनपुट के आधार पर उनकी सुरक्षा जेड प्लस कर दी गई है.
वहीं, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ की सुरक्षा Z श्रेणी की कर दी गई है. बता दें कि अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी और रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास दास वेदांती की सुरक्षा बरकरार रखी गई है. इसी क्रम में बीजेपी विधायक संगीत सोम को भी y श्रेणी से बढ़ाकर Z श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. वहीं पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय व नरेश अग्रवाल को y प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के लिए नियुक्त कमेटी के 3 सदस्यों श्रीश्री रविशंकर, कलीफुल्लाह और श्रीराम पंचू को दी गई सुरक्षा हटा ली गई है.