हेल्थ डेस्क : महिलाओं को शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से परेशान करती है PCOD यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज. इस समस्या के कारण सबसे पहले महिलाओं को थकान और तनाव की समस्या होती है, उनके पीरियड्स डिस्टर्ब होते हैं, हॉर्मोनल बदलाव के कारण दूसरी बीमारियां घेरने लगती हैं और फिर उन्हें मां बनने में भी दिक्कत आती है.
आइए, जानते हैं कैसे इस बीमारी से बच सकते है. और इसके लक्षण क्या है.
PCOD की बीमारी क्यों होती है
इस बीमारी की कोई एक मुख्य वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है. लेकिन यह जरूर क्लियर है कि हमारे दैनिक जीवन का रहन-सहन और खान-पान में गड़बड़ी होना इस बीमारी की एक वजह है.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि हमारे जीवन में तेजी से बढ़ रहा तनाव और बदला हुआ लाइफस्टाइल इस बीमारी के कारण बनते हैं. क्योंकि तनाव के कारण और लाइफस्टाइल बदलने के कारण हमारे शरीर की बायॉलजिकल क्लॉक गड़बड़ हो जाती है. इससे हम सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बीमार होने लगते हैं.
आज के समय में देर रात तक जागना और फिर दिन में देर तक सोना आम बात हो गई है. जबकि ऐसा करने से हमारे शरीर में हॉर्मोन्स का सीक्रेशन बुरी तरह प्रभावित होता है. यही वजह है कि पीसीओडी के साथ ही मोटापा और डिप्रेशन तेजी से हमारे समाज में बढ़ रहे हैं.
स्मोकिंग और एल्कोहॉल को लेकर महिलाओं का बढ़ता शौक पीसीओडी के मुख्य कारण के रूप में शक के दायरे में है. क्योंकि इन दोनों वजहों से महिलाओं के शरीर में हॉर्मोन्स का स्तर गड़बड़ा जाता है. वहीं, कुछ महिलाओं में वंशानुगत कारणों से भी यह समस्या होती है.
पीसीओडी के लक्षण
पहले सिर्फ लेट उम्र में शादी करने के कारण PCOD की समस्या का महिलाओं को सामना करना पड़ता था लेकिन अब टीनऐज के बाद ही लड़कियां इस दिक्कत से ग्रसित हो रही हैं.
जरूरी नहीं है कि हर लड़की या महिला में पीसीओडी के लक्षण एक जैसे ही हों. किसी को चेहरे पर बाल आने की समस्या हो सकती है या शरीर के अन्य अंगों पर घने बाल उग सकते हैं.
तो किसी को पीरियड्स के समय बहुत अधिक दर्द होना या बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने की समस्या भी हो सकती है. ये दोनों समस्याएं एक साथ या इनमें से कोई एक भी हो सकती है.
जबकि पीसीओडी के कारण कुछ महिलाओं को समय पर पीरियड्स ना होने जैसे लक्षण नजर आते हैं. इनके पीरियड्स अक्सर समय से पहले या ज्यादातर केसेज में डेट निकलने के बाद ही आते हैं.
हालांकि एक सप्ताह पहले या एक सप्ताह बाद पीरियड्स आना नॉर्मल होता है, उन महिलाओं में जिनका साइकल हमेशा इसी रिद्म में आता हो. अगर आपके साथ यह समस्या अचानक शुरू हुई है तो आपको डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए.