NewDelhi: आम आदमी पार्टी झारखंड के मीडिया प्रभारी आबिद अली ने बताया की सुदर्शन टीवी चैनल के प्रधान सम्पदाक सुरेश चव्हाण के खिलाफ राँची के कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज करायी गयी है. पार्टी की तरफ से प्रदेश कार्यकारी सचिव डॉ अविनाश नारायण के द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है.
दिए गए आवेदन में कहा गया है सुरेश चव्हाण के, मुख्य सम्पादक , सुदर्शन न्यूज़ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के धारा 153A, 153B, 504, 505(1), 505(2) एवं आईटी एक्ट के धारा 67 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाए.
उन्होंने लिखा है कि मुख्य सम्पादक , सुदर्शन न्यूज़ द्वारा उनके ट्वीट एवं उनके चैनल पर दिए जाने वाले कार्यक्रम की वीडियो के द्वारा धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने, धर्म विशेष के खिलाफ दूसरे समुदाय के लोगों को भड़काने, धार्मिक उन्माद फैलाने, देश की एकता और अखंडता को तोड़ने तथा देश के विभिन्न धर्मों के बीच आपसी सामाजिक समरसता को बिगड़ने का खुलेआम आपराधिक प्रयास किया जा रहा है.
25 अगस्त 2020 को शाम 8:10 बजे सुरेश चव्हाण के, द्वारा वेरिफाइड ट्विटर एकाउंट @SureshChavhanke से एक ट्वीट लिखा गया जिसमें. “#सावधान लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ कार्यपालिका के सबसे बड़े पदों पर मुस्लिम घुसपैठ का पर्दाफ़ाश. #UPSC_Jihad #नौकरशाही_जिहाद देश को झकझोर देने वाली इस सीरीज़ का लगातार प्रसारण प्रतिदिन. शुक्रवार 28 अगस्त रात 8 बजे से सिर्फ सुदर्शन न्यूज़ पर.”
यह ट्वीट अत्यंत ही भड़काऊ है. इस ट्वीट के साथ एक वीडियो भी ट्विटर पर डाला गया है जिसमें सुदर्शन चवनके के द्वारा कहा गया है कि- “सरकारी नौकर शाही में मुसलमानों के घुसपैठ पर बड़ा खुलासा, आखिर अचानक मुसलमान -आईपीएस-आईएएस में कैसे बढ़ गए? सबसे कठिन परीक्षा में सबसे ज़्यादा मार्क्स और सबसे ज्यादा संख्या में पास होने का क्या है राज़? सोचिए, जामिया के जिहादी अगर आपके जिलाधिकारी और हर मंत्रालय में सचिव होंगे तो क्या होगा? लोकतन्त्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ कार्यपालिका पर कब्जे का पर्दाफाश. देखिए नौकरशाही जेहाद पर हमारा महा अभियान शुक्रवार 28 अगस्त रात 8 बजे से बिंदास बोल में मेरे साथ.”
चवनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तथा अपने न्यूज़ चैनल का इस्तेमाल मुसलमान समाज के खिलाफ आपराधिक एवं भड़काऊ बयान देने के लिए कर रहे हैं. इनके बयान और इनके वीडयो का प्रसार का उद्देश्य जान बूझ के विभिन्न धर्मों के बीच नफरत, अविश्वास और दुश्मनी फैलाना है तथा ये हमारे देश के सामाजिक ताने बाने को तोड़ने के लिए किया जा रहा है.
आप ने यह माँग की है कि ऐसे साम्प्रदायिक लोगों पर तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए.
आप की झारखंड इकाई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि उनकी ट्वीट और उनके वीडियो से ही उनके बयान के पीछे के आपराधिक मंशा को समझा जा सकता है. वो मुस्लिम समाज को सांप्रदायिक रंग से रंग रहे हैं एवं मुस्लिम समाज के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं. उनके हिसाब से कार्यपालिका में मुस्लिम समाज के बढ़ते आईएएस-आईपीएस की संख्या के पीछे “जिहाद” – मतलब कोई आतंकवादी षड्यंत्र है.
चवनके का बयान, ट्वीट और वीडियो स्पष्ट तौर पर “हेट स्पीच-भड़कीले भाषण” की श्रेणी में आता है. इस तरह का बयान धारा 153 A के तहत कानूनी अपराध है एवं स्पष्ट तौर पर ” विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को प्रोत्साहित” करने वाला है , एवं धारा 153 A एक संज्ञेय अपराध है.
पार्टी ने इस मसले पर साफ तौर पर कहा है कि ऐसे लोगों को तत्काल पब्लिक प्लेटफॉर्म पर बोलने से बैन कर दिया जाना चाहिए. आप पार्टी के तरफ से आलोक शरण प्रसाद, यास्मीन लाल तथा दीपक रुपक भी शामिल थे.