राजधानी स्थित शहीद स्मारक पर रविवार को जोमैटो के डिलीवरी पार्टनर्स के सैकड़ों कर्मियों ने अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जोमैटो कंपनी हम लोगों के साथ नाइंसाफी कर रही है. पहले तो हम सभी को डिलीवरी पर 50 रुपये मिलते थे लेकिन अब 20 से 30 रुपये ही मिलते है. ऐसे में हम सभी के लिए काम करना मुश्किल हो रहा है.
जोमैटो कर्मियों ने बताया कि कंपनी व सरकार से हम सभी की मांग है कि शुरुआती दौर में जो डिलीवरी चार्ज मिलता था वो ही मिले. इसके साथ ही हम सभी को विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. प्रदर्शनकारियों ने सरकार व कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांग पूरी नहीं होती है तो हम सभी लोग हड़ताल करने को मजबूर होंगे.
लखनऊ के जोमैटो डिलीवरपर्सन के यूनियन के अध्यक्ष डॉ. ज्ञानेंद्र ने बताया कि कंपनी ने फूड डिलीवर करने वालों को जो कमीशन मिलता था उसमें लगातार कमी की है. जब कंपनी शुरुवात में आई थी तो ज्यादा पैसे देती थी लेकिन जब कंपनी स्थापित पूरी तरह से स्थापित हो गई तो उन्होंने रुपये कम कर दिये. इसके साथ ही इनसेंटिव भी देना बंद कर दिया. फूड डिलिवर करने वालों की मांग है कि उन्हें पहले की तरह ही कमीशन मिले और यदि ऐसा नहीं होता है तो वो अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को मजबूर होंगे. सिर्फ इतना ही नहीं अगर उन्हें कोर्ट जाना पड़ा तो भी जाएंगे.