BnnBharat | bnnbharat.com |
  • समाचार
  • झारखंड
  • बिहार
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • औषधि
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी करेंट अफेयर्स
  • स्वास्थ्य
No Result
View All Result
  • समाचार
  • झारखंड
  • बिहार
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • औषधि
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी करेंट अफेयर्स
  • स्वास्थ्य
No Result
View All Result
BnnBharat | bnnbharat.com |
No Result
View All Result
  • समाचार
  • झारखंड
  • बिहार
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • औषधि
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी करेंट अफेयर्स
  • स्वास्थ्य

चार दिनों में संपन्न होता है आस्था और विश्वास का महा पर्व छठ पूजा : छठ विशेष भाग – 7

by bnnbharat.com
November 10, 2021
in क्या आप जानते हैं ?, वैदिक भारत, सनातन-धर्म, संस्कृति और विरासत
चार दिनों में संपन्न होता है आस्था और विश्वास का महा पर्व छठ पूजा : छठ विशेष भाग – 7
Share on FacebookShare on Twitter

हमारे देश में  क्षेत्र की अनुसार बहुत से पर्व – त्योहार है, और हम लोग इसको ख़ुशी और प्रसन्त्ता के साथ मानते आ रहे हैं. सनातन धर्म यानी प्रकृति से जुड़ कर मानव अपनी ख़ुशी बाँट  सके, ऐसा त्योहार बनाया गया है.

सनातन धर्म की सबसे बड़ी खासियत है की कोई त्योहार हो, समाज का हर वर्ग को शामिल होना होता है और होते है.

मगध से छठ की शुरुआत : छठ विशेष भाग -1

ऐसे में भारत की पूर्वांचल के भाग में भगवान भास्कर की पूजा का प्रचलन है, यह एक ऐसा पर्व है, जिसमें भगवान सूर्य के दोनो अवस्था की पूजा होती है, साधारण भाषा में अस्त और उदय होते हुए भी.

ऐसा देखने के बहुत कम देखने को मिलता है की, आप इस समाज में किसी दोनो ही परिस्थतियों में आराधना कर रहे हो. यह एक उदाहरण है, की मनुष्य को दोनो ही परिस्थितीयों में एक समान रह कर आराधना और सेवा करना चाहिए.

भारत के 12 अर्क (सूर्य मंदिर)और सूर्य पूजा : छठ विशेष भाग -2

महापर्व छठ, एक ऐसा ही पर्व है जिसमें आपको प्रथम दिन से ही, समाज में एकजुट और संस्कार का संदेश देता है.

प्रथम दिन ” नहाय – खाय”  से प्रारम्भ होता है, जिसमें पूरा गाँव, मुहल्ला, गली, घर द्वार, सभी को पूरी तरह से साफ़ और धोया जाता है, ये महापर्व पूरी तरह से प्रकृति से जुड़ा हुआ है, हर संदेश प्रकृति पर आक रुक जाती है. इस दिन कद्दू और चना दाल की सब्जी के साथ भात बनाकर पूजा कर कद्दू भात खाने का विधान है.

कांच हीं बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय : छठ विशेष भाग – 3

इस दिन नदी ,तालाब या कुओं से लाए पानी द्वारा स्नान किया जाता है.समाज का पूरा वर्ग इसमें शामिल होता है, एक जुट होकर स्व्छ्ता का ध्यान करते हैं.

द्वितीय दिन “खरना” , इस दिन शाम को भगवान भास्कर और कुल देवी -देवता, ग्राम देवी और देवता का पूजन होता है. खरना में जो द्रव्य बनते हैं, वो पूरी तरह से स्वछ और पवित्र होते है, मिट्टी के पात्रों से बने, गंगा जल और नदी, तालाब के जल से पहले बनाया जाता था, लेकिन शायद अब ऐसा सम्भव नहीं है, क्यूँ तालाब, नदी , कुओं की जो हालत है, ऐसे इसको चलन में नहीं लाते हैं.

छठ मैया कौन-सी देवी हैं? सूर्य देव के साथ षष्ठी देवी की पूजा क्यों ? : छठ विशेष भाग – 4

तृतीय दिन,प्रथम संध्या अर्घ्य: अस्ताचल गामी श्री भास्कर भगवान की पूजा होती है, जहां पर घाट का निर्माण हुआ है, नदी, तालाब जैसे स्थान पर पूजा की जाती है. आज कल शहरों में अपने घर के छत पर ही एक छोटा सा तालाब बना कर या सॉसाययटी के स्विमिंग पुल में कर लेते है.

सूर्योपासना की परंपरा, लोक कथाएं और मान्यताये : छठ विशेष भाग – 5

चतुर्थ दिन, द्वितीय प्रातः काल अर्घ्य: उदयागमि भगवान भास्कर की पूजा होती है, इसमें भी घाट पर जाकर इनकी पूजा होती है.

वामपंथियों की फर्जी विचारधारा को मुंहतोड़ जबाब देता छठ पर्व : छठ विशेष भाग – 6

प्रसाद के रूप में विशेषत: ठकुआ जो गेहूं और शकर से बनाया जाता है, प्रयोग में किया जाता है. इसके अलवा ऋतुओं के अनुसार जो फल और फूल, बाज़ार में या खेत में उपलब्ध है, उसको पूजा में लाया जाता है.

इन चार दिनो के महापर्व में आपको सीधे सीधे प्रकृति से जुड़ने और समाज में सामंजस्य का संयोग मिलेगा.

समाज के हर वर्ग महापर्व की पूजा करते है, चाहे वो कोई भी हो. समाज के हर वर्ग इसमें शामिल होते है, खेत से लेकर, मिट्टी के वर्तन, यह साफ़ सफ़ाई हो, अनाज से फल फूल  सभी को इनमे योगदान होता है.

और हाँ, इसमें लोक गीत का बहुत योगदान है, आपको या कर्ण प्रिय के साथ आपको अपनी मिट्टी का भी अहसास दिलाएँगे.

महापर्व छठ पूजा की मंगल शुभकामनाएँ.

अशोक दुबे

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on X (Opens in new window)

Like this:

Like Loading...

Related

Previous Post

वामपंथियों की फर्जी विचारधारा को मुंहतोड़ जबाब देता छठ पर्व : छठ विशेष भाग – 6

Next Post

Avaliações Sobre Mostbet Official Leia As Avaliações Sobre O Atendimento Ao Cliente De Mostbet Com

Next Post

Avaliações Sobre Mostbet Official Leia As Avaliações Sobre O Atendimento Ao Cliente De Mostbet Com

  • Privacy Policy
  • Admin
  • Advertise with Us
  • Contact Us

© 2025 BNNBHARAT

No Result
View All Result
  • समाचार
  • झारखंड
  • बिहार
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • औषधि
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी करेंट अफेयर्स
  • स्वास्थ्य

© 2025 BNNBHARAT

%d