रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हिटलर के प्रचार मंत्री गोएबल्स के उस सोच पर चल रहे है जिसमें ये माना जाता था कि आप एक ही झूठ को बार-बार बोलेंगे तो जनता उसे सच मानने लगेगी.
प्रतुल ने कहा कि झामुमो नेताओं को अपनी स्मरण शक्ति ठीक करनी चाहिए. झारखंड के मजदूरों की पिटाई कांग्रेस शासित प्रदेश पंजाब के लुधियाना रेलवे स्टेशन पर हुई थी, जब मंत्री मिथिलेश ठाकुर के एक ट्वीट के कारण वहां हजारों लोग ट्रेन की आशा में जुट गए थे.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री ने लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को हाथ जोड़कर आग्रह किया था कि अब विभिन्न सेक्टरों में काम वापस शुरू हो रहा है. इसलिए अगर वो चाहे तो रुक सकते हैं. कर्नाटक ने उनके रहने के लिए आवास और भोजन का भी बेहतर प्रबंध किया गया था.
हजारों मजदूर इस अपील को मानकर रुक गए और जो लौटना चाहते थे उनके लिए कर्नाटक सरकार के द्वारा रेलवे के साथ सामंजस्य में स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने कहा कि बाबूलाल की छवि और जनाधार के कारण झामुमो को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. बाबूलाल मरांडी से झामुमो के भय का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विपक्ष के नेता के मुद्दे को महीनों से लटका कर रखा गया है.
स्पीकर को सिर्फ दो पन्ने के 10th शेड्यूल को पढ़ने में महीनों लग जाते हैं, जबकि इस मुद्दे पर न तो कोई शिकायतकर्ता है और न ही कोई गवाह.
दरअसल झामुमो को अपना राजनीति का अंत दिख रहा है, इसलिए उसके नेता बयान देकर भ्रम फैलाना चाह रहे हैं, लेकिन झारखंड की जनता ने पिछले साढ़े 4 महीने में तुष्टीकरण का नंगा नाच देखा है. जनता इस ट्विटर सरकार की असलियत को समझ चुकी है.