नई दिल्ली: इंटाग्राम ब्वायज लॉकर रूम मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने या फिर केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इंस्टाग्राम समूह बनाकर कम उम्र की लड़कियों के अश्लील संदेश और बदली हुई तस्वीरें साझा की गई थी. याचिका पर 13 मई को सुनवाई हो सकती है.
याचिकाकर्ता देव आशीष दुबे ने इसके साथ ही उन युवतियों एवं महिलाओं को सुरक्षा देने की मांग की है, जिन्होंने दिल्ली के स्कूली छात्रों के अपराध को उजागर किया है. अधिवक्ता दुष्यंत तिवारी और ओम प्रकाश परिहार के माध्यम से दायर याचिका में एसआइटी या सीबीआइ के माध्यम से मामले की जांच कराने के संबंध में केंद्र व दिल्ली सरकार को निर्देश देने की मांग की है.
याचिका के अनुसार स्थानीय पुलिस द्वारा की गई जांच या पूछताछ प्रभावित होगी, ऐसे में इसकी जांच एसआइटी या सीबीआइ से ही कराई जाए. इससे पहले दो अधिवक्ताओं ने हाई कोर्ट मुख्य न्यायमूर्ति को घटना का संज्ञान लेने के लिए एक पत्र लिखा था. दिल्ली पुलिस ने चैट ग्रुप के 18 वर्षीय एडमिन को गिरफ्तार किया है. वह इस साल अपनी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हुआ था.
नोएडा का रहने वाला है एडमिन
पुलिस जांच के दौरान गिरफ्तार एक लड़का नोएडा का रहने वाला है और वह बालिग होने के साथ इंटाग्राम ब्वायज लॉकर रूम ग्रुप का एडमिन भी है. इसी के साथ यह भी पता चला है कि अब तक इस ग्रुप से जुड़े तकरीबन 30 छात्रों की पहचान दिल्ली पुलिस कर चुकी है.
माफी मांग रहे मां-बाप और छात्र
वहीं, पुलिस की मानें तो ग्रुप में शामिल ज्यादातर छात्र एक-दूसरे से परिचित नहीं हैं. कुछ छात्रों का कहना है कि उन्होंने ऐसे ही इस ग्रुप को ज्वाइन कर लिया.