बिरंचि नारायण झामुमो के निशाने पर
उपेन्द्र सिंह
बोकारो: स्टील सिटी में भाजपा विधायक बिरंचि नारायण द्वारा बीएसएल की नगर सेवा विभाग के सहायक महाप्रबंधक अजीत कुमार की धुनाई के आरोप पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भटाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन में कहा की भाजपा सरकार और उसके विधायक अहंकारी हो गए हैं देशभर में भी भाजपा के नेता मारपीट करते हैं रघुवर दास की सरकार में भी यही देखने को मिल रहा है और झारखंड के मुख्यमंत्री हो या फिर उनके विधायक इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं पूर्व में भी भाजपा विधायक साधु चरण महतो ने सरकारी अफसर के साथ मारपीट की थी इस तरह की घटनाएं पहले भी होती रही है लेकिन भाजपा की रघुवर सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की झारखंड मुक्ति मोर्चा की मांग है की बिरंचि नारायण पर कार्रवाई हो उनको गिरफ्तार किया जाये,झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहां की मुख्यमंत्री और भाजपा बताएं की इस तरह के विधायकों के साथ क्या कार्रवाई करेगी प्रधानमंत्री मोदी भी इस तरह की घटना पर कड़ा रुख दिखा चुके हैं ऐसे में रघुवर दास को यह बताना चाहिए कि वे अपने विधायकों पर क्या कार्रवाई करेंगे घटना की पृष्ठभूमि की बात करें तो बोकारो स्टील लिमिटेड सी जमीन एनओसी लिए बगैर पर्यटन विभाग कैंप टू मैं सूर्य सरोवर का जीर्णोद्धार और तिरंगा पार्क का निर्माण कार्य कराया जा रहा था बी एस एल नगर सेवा विभाग के सहायक महाप्रबंधक अजीत कुमार ने आपत्ति दर्ज करते हुए कार्य रुकवा दिया जिसकी सूचना विधायक बिरंचि नारायण तक पहुंची तो विधायक अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और कथित तौर पर मारपीट की जबकि बिरंचि नारायण का दावा है की उन्होंने मारपीट नहीं की बल्कि उन्होंने अजीत कुमार को बचाया इधर पार्क के संवेदक एजीएम अजीत कुमार पर ही गाली गलौज करने और भुगतान के ₹22000 छीनने का आरोप लगाया है अजीत कुमार सहायक महा प्रबंधक की हैसियत से कहां है की उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था इसलिए वह काम रुकवाने गए थे विधायक बिरंचि नारायण का कहना है कि इस पार्क का पूर्व में भी निर्माण होता रहा है और जीर्णोद्धार के तहत कार्य को अंजाम दिया गया और अजीत कुमार जिस तरह से गलत ढंग से कार्य को रोका उस पर जिला प्रशासन और बीएसएल प्रबंधन कार्रवाई करें
विधानसभा में मच सकता है शोर
विधानसभा चुनाव से पूर्व इस तरह के वारदात पर राजनीति शुरू हो जाती है और झारखंड मुक्ति मोर्चा भी न्याय की दुहाई देते हुए इस मुद्दे को उठाया है अब मामले की जो भी सच्चाई हो यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा फिलहाल विधानसभा के सत्र में भी यह मुद्दा गरमा सकता है और विपक्ष सरकार के समक्ष इस मुद्दे पर हो हंगामा कर सकता है