नई दिल्ली: संकट को देखते हुए देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक साल तक अपनी सैलरी का 30 प्रतिशत हिस्सा दान में देने का निर्णय लिया है.
वहीं राष्ट्रपति कोविंद ने पारंपरिक समारोह के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली लिमोजीन (कार) के खरीद के प्रस्ताव को भी स्थगित कर दिया है. राष्ट्रपति भवन की तरफ से यह जानकारी दी गई है.
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद ने मार्च महीने की पूरी सैलरी पीएम केयर्स फंड में दान कर दी थी. राष्ट्रपति भवन ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कोविड-19 संकट के मद्देनजर एक वर्ष तक अपने वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा दान करेंगे.
इसके साथ ही उन्होंने पारंपरिक समारोह के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली लिमोज़ीन कार के खरीद के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है. राष्ट्रपति भवन में होने वाले समारोहों और भोज में कम मेहमान, फूलों का कम इस्तेमाल, व्यंजन सूची में कटौती आदि जैसे कदम उठाये गए हैं.
इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और खर्चों में कमी के लिए राष्ट्रपति घरेलू यात्राओं में कटौती करेंगे और कम कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
राष्ट्रपति कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों से खर्चें कम करने और बचे हुए पैसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देने को कहा है. इससे पहले भी बीएसएनएल, दिल्ली मेट्रो समेत कई सरकारी विभाग और संस्थान के लोग अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा दान दे चुके हैं.