दिल्ली: कोरोना को दुनिया में फैले हुए पांच महीने से ज्यादा हो चुका है लेकिन अभी लगभग कई देश इस पर काबू पाने में सफल नहीं हुए हैं. कोरोना पर रोक लेने के लिए देशों ने पहले हवाई उड़ानों पर रोक लगाई जिससे विदेशों में कई भारतीय फंसे गए.
इन भारतीयों को निकालने के लिए भारत ने एक खास मिशन की शुरुआत की. वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए एयर इंडिया और इसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस की मदद ली जा रही है.
कोरोना वायरस से दुनिया में अब तक 40 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या चीन के करीब पहुंच गई है लेकिन देश में मरने वालों की संख्या 2,649 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना पर काबू पाने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया जिसकी वजह से कई लोग जहां थे वहीं फंसे रहे गए लेकिन लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार की ओर से थोड़ी राहत मिली और मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाई गईं. ठीक ऐसे ही विदेशी भारतीयों के लिए वंदे भारत मिशन की शुरुआत हुई.
वंदे भारत मिशन का पहला चरण सात मई से 14 मई तक चला जिसमें 64 फ्लाइट की मदद से 12 देशों में फंसे 14,800 फंसे हुए भारतीयों को वापस स्वदेश लाया गया है. भारत आने के बाद इन भारतीयों में खुशी की लहर देखी गई.
इसी सिलसिले में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण का एलान कर दिया है. कल यानि कि 16 मई से 22 मई तक 30,000 लोगों को भारत लाया जाएगा. इसमें 149 फ्लाइट की सहायता से 31 देशों से भारतीय स्वदेश वापस आएंगे.
वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत किन देशों से कितनी फ्लाइट चलाई जाएंगी, इसका आंकड़ा आपको नीचे दी गई तस्वीर में देखने को मिल सकता है. इन 31 देशों में अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब, ओमान, नेपाल, रूस जैसे कई देश शामिल है.