नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. वायरस से बचाव के लिए एक मात्र उपाय है सोशल डिस्टेंसिंग.
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए जेल प्रशासन ने भी समय समय पर विचाराधीन पड़े कैदियों को रिहा किया. एक रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कुल 42 हजार से कैदियों को रिहा किया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले डेढ़ महीने में विचाराधीन 42, 259 कैदियों को रिहा किया गया. क्षमता से अधिक भरे जेलों में कोरोना वायरस फैलने का खतरा अधिक था, जिसके मद्देनजर कैदियों को रिहा करने को निर्णय लिया गया.
राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (नालसा) की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक 9,977 विचाराधीन कैदियों को रिहा किया गया.
रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान 16,391 कैदियों को पैरोल आदि पर रिहा किया गया. मध्य प्रदेश से पैरोल पर सबसे अधिक 3,577 लोगों को रिहा किया गया. इसके बाद पंजाब से 3,479, हरियाण से 2,859, उत्तर प्रदेश से 1,989, केरल से 1,128, दिल्ली से 1,010, पश्चिम बंगाल से 488 और कर्नाटक से 405 लोगों को पैराल पर रिहा किया गया.
वहीं छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और ओडिशा से क्रमश : 334, 228, 182, 133 और 103 कैदियों को पैराल पर रिहा किया गया.