दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के मुताबिक सरकार ने देश में सैन्य उद्योग के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए सभी मुद्दों का समन्वय किया है.CDS ने आजतक को बताया, “हम सरकार के संपूर्ण दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर एकजुट होकर काम कर रहे हैं. सैन्य हथियार, गोला-बारूद और उपकरणों में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने वाले सभी मुद्दों को समन्वित किया गया है.”
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को घोषणा की थी कि रक्षा क्षेत्र में निगेटिव इम्पोर्ट लिस्ट के साथ विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की सीमा को बढ़ाकर 49 प्रतिशत से 74 प्रतिशत कर दिया गया है. उन्होंने साथ ही रक्षा क्षेत्र में आयात पर निर्भरता खत्म करने के लिए घरेलू रक्षा उद्योग से खरीदारी के लिए अलग बजट के प्रावधान का भी ऐलान किया था.
CDS जनरल रावत ने कहा, “हम घोषणाओं को देखकर खुश हैं, क्योंकि ये समय पर अमल सुनिश्चित करेंगे.”
जनरल रावत के मुताबिक रक्षा में अनुसंधान और विकास एक अलग दृष्टिकोण का गवाह होगा, जहां अब समय और लागत पर होने वाले अधिक खर्च को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा, “रक्षा उद्योग में निजी क्षेत्र के लिए प्रावधान “प्रतिस्पर्धा” का प्रवेश दिखेगा. साथ ही FDI तकनीक हस्तांतरण और रक्षा गलियारों को सही तरीके से आकार लेने में मदद करेगा.”
CDS ने कहा, “सशस्त्र बल अपेक्षित मानकों के आधार पर गुणात्मक आवश्यकताओं के साथ सामने आएंगे. हम निश्चित हैं कि उद्योग को भी सही संदेश मिलेगा कि अब सामान्य रूप से व्यापार नहीं होगा यानी जैसे होता आया है वैसे नहीं होगा.”