फलक शमीम
रांची : झारखण्ड के छोटे से जिला गुमला की रहने वाली परी पासवान ने इस वाक्य को सच कर दिखाया है की अगर हौसलों में उड़ान हो तो पंखों की जरूरत नही होती । पारी ने दिल्ली में आयोजित फैशन कॉम्पटिशन में मिस इंडिया यूनिवर्सल का जीता है । मध्यम परिवार में जन्मी परी ने ना केवल अपने परिवार बल्कि जिले और प्रदेश को भी देश स्तर पर सम्मान दिलाया।
बता दें कि राँची लौटते ही आज परी को श्रेया इंटरनेशनल फिल्म प्रोडक्शन एवं मुस्कान आर्ट ने अपने साथ जोड़ा है जिन के सहयोग से परी लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ सामाजिक कार्य करेंगी और खुद को ग्लैमर इंडस्ट्री में स्थापित करने का प्रयास करेंगे ।
आपको बता दें कि 2018 में मिस झारखंड चुनी गई परी ने मॉडलिंग की शुरुआत की और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा इसके साथ ही हिंदी और नागपुरी एल्बम में अभिनय किया और मॉडलिंग करने लगी इसी बीच पड़ी को मिस इंडिया यूनिवर्स में भाग लेने का अवसर मिला जिसमें परी ने यह साबित किया कि छोटे जगह की बेटी भी आगे बढ़ सकती है । परी का जन्म झारखण्ड के गुमला जिला के एक माध्यम वर्ग परिवार में हुआ । पिता लखन राम एवं माता बिंदू देवी की तीन पुत्रियों में दूसरे नंबर पर जन्मी परी की स्कूल की पढ़ाई पूरी कर परी ने अपने कैरियर की शुरुआत एक फैशन डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट में रेसेप्टेशनिस्ट के रूप में काम की उसके बाद नृत्य में रुचि के कारण बेड़ो में खुद की नृत्य अकैडमी खोली ।
परी अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता और पिता लखन राम को देते हुए कहती है कि इनके सहयोग के बिना वो कुछ भी नही कर पाती । फिलहाल परी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रही है जिसमें वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी ।