नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात एम्फन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इस तूफान का प्रभाव कोरोना वायरस से भी बदत्तर था. ममता मंगलवार रात से राज्य सचिवालय नबन्ना में स्थिति की निगरानी कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इस महाविनाशकारी तूफान से दक्षिण बंगाल में भारी तबाही हुई है.
गौरतलब है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एम्फन से भारी तबाही हुई है. बंगाल में इससे 12 लोगों की मौत हो गई है. कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया. चक्रवात एम्फन बुधवार को दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा. इस दौरान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ.
कमजोर हुआ एम्फन
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात एम्फन पिछले छह घंटे में 27 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर- उत्तरपूर्व की ओर बढ़ा. एम्फन कमजोर होकर अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान (Extremely Severe Cyclonic Storm) से चक्रवाती तूफान में बदल गया है और कोलकाता से 270 किलोमीटर दूर उत्तर- उत्तरपूर्व में केंद्रीत रहा. अगले तीन घंटे में यह और कमजोर होगा.
असम और मेघालय के लिए भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने असम और मेघालय के लिए भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है. इसमें कहा गया है कि 21 मई को असम और मेघालय के पश्चिमी जिलों में तेज बारिश हो सकती है. अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी. अगले 12 घंटों के दौरान मेघालय और पश्चिम असम में 30 – 40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे की की रफ्तार से तेज हवा चलने की उम्मीद है.