रांची: कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी सेवा के लिए विद्यार्थियों ही नहीं समाज के सभी वर्गों लोगों के लिए विद्यार्थी परिषद निःस्वार्थ भाव से आगे आकर राज्यवासियों को भोजन वितरण ही नहीं, रक्तदान, वृद्धों को दवाइयां की सेवाएं कार्य परिषद के कार्यकर्ता कर रहें हैं.
इसी कड़ी में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ,रांची के द्वारा प्रांत कार्यालय में चलाए जा रहें विगत एक माह से “आहार केंद्र” में कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर इस संकट घड़ी में गरीबों, मजदूरों, जरूरतमंदों के बीच भोजन का वितरण किया.
इस मौके पर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि सेवा धर्म सबसे बड़ा धर्म है. उन्होंने अभाविप के द्वारा समाज के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, अभी हमें और मेहनत करनी है. लॉकडाउन में गरीबों, मजदूरों, जरूरतमंदों तक भोजन, राशन को पहुंचाना ही यहीं राष्ट्र की सच्ची सेवा हैं. इस कोरोना की लड़ाई हम अपने प्रयासों और सामूहिक शक्ति से जीतनी है.
जब-जब देश व झारखंड राज्य पर कोई आपदा आई तब-तब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने निःस्वार्थ भाव से आगे आकर पीड़ित लोगों की सेवा का बीड़ा उठाया.
वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी सेवा के लिए विद्यार्थियों ही नहीं समाज के सभी वर्गों लोगों के लिए परिषद निःस्वार्थ भाव आगे आकर राज्य वासियों की सेवा कर रहें हैं.
इस कारण समाज में भी यह विश्वास हो गया है कि इस संकट की घड़ी में विद्यार्थी परिषद ही हमारे साथ खड़ा है. इस दौरान लोगों रक्तदान, वृद्धों को दवाइयां पहुंचाने सहित सभी कार्य परिषद के कार्यकर्ता कर रहे हैं. इन सभी प्रयास प्रशंसा एवं अनुकरण के योग्य है.
इस दौरान प्रान्त प्रमुख डॉ. श्रवण कुमार, प्रदेश संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रांत कोषाध्यक्ष दीप नारायण जसवाल, प्रांत शोध प्रमुख कंज लोचन, प्रांत सह मंत्री मोनू शुक्ला, प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख विशाल सिंह, प्रांत कार्यालय मंत्री अनिकेत रांची महानगर मंत्री कुमार दुर्गेश, मंत्री अनिकेत, एसएसडी प्रमुख अंकित कुमार, प्रणव गुप्ता, शुभम पुरोहित, राहुल लकड़ा, कृष्णा प्रसाद, रोहित कुमार सहित रांची महानगर के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.