रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों/ फंसे लोगों को रांची जिला प्रशासन द्वारा उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा रहा है.
आज रांची समाहरणालय ब्लॉक ए स्थित कमरा संख्या 207 में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए रांची उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा पैदल या दूसरे माध्यम से रांची आने वाले प्रवासी/फंसे मजदूरों को रांची जिला प्रशासन बस उसे उनके संबंधित जिला भेज रहा है.
अब तक 7000 से ज्यादा मजदूरों को भेजा गया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त रांची ने बताया कि अब तक 7018 मजदूरों को रांची जिला प्रशासन बसों से उनके संबंधित जिलों के लिए भेज चुका है. इनमें 1603 मजदूर बंगाल, 770 मजदूर बिहार, 409 मजदूर उत्तर प्रदेश एवं 821 मजदूर छत्तीसगढ़ के हैं, बाकी झारखंड के प्रवासी मजदूर हैं.
तत्पर हेल्पलाइन पर दें जानकारी
रांची उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि अगर आपको प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने की जानकारी मिलती है तो तत्पर हेल्पलाइन पर इसकी सूचना दें, ताकि मजदूरों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराते हुए उनके गंतव्य तक ले जाने की व्यवस्था की जा सके.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रे ने बताया कि मुख्य सचिव के आदेश अनुसार रांची के रिंग रोड एवं अन्य स्थानों पर 24 घंटे दो बसें चल रही है ताकि किसी भी प्रवासी मजदूर के पैदल चलने की जानकारी मिलने पर उसे फौरन शेल्टर होम पहुंचाया जा सके.
उन्होंने बताया कि जिला कंट्रोल रूम 1950 और तत्पर हेल्पलाइन को मिली जानकारी पर 4052 प्रवासी मजदूरों को उनके जिले तक पहुंचाया गया है.
उपायुक्त रांची ने मीडिया कर्मियों को बताया कि रांची जिला में प्रखंडवार 536 मुख्यमंत्री दीदी किचन संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब 40000 लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
साथ ही जिले में 31 मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र हैं जबकि विशेष दाल भात केंद्र 40, अतिरिक्त दाल भात केंद्र 33 जो कि विभिन्न थानों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं और 33 विशिष्ट दाल भात केंद्र का संचालन रांची जिले में किया जा रहा है.