रांची : ऑल स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन झारखंड ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान स्कूलों से फीस माफ करने की मांग की है. मांग के समर्थन में एसोसिएशन के सदस्य मोराबादी मैदान स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना पर बैठे.
इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि झारखंड के अंदर भी स्कूल फीस माफ किया जाना चाहिए. उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनते समय दिल्ली सरकार की शिक्षा प्रणाली को झारखंड में लागू करने की बात कही थी. दिल्ली सरकार ने कोरोना लॉक डाउन अवधि की फीस माफी पर सभी स्कूलों को हिदायत देते हुए 18 अप्रैल को ही आदेश निकाल कर सभी प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस के अलावा कहीं कोई फीस नहीं लेने का नोटिस जारी कर दिया था. इसका पालन वहां के स्कूल कर रहे है. ,झारखंड में उसी तर्ज पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह करेंगे कि वह एक आदेश निकलवाए जिसमें सिर्फ और सिर्फ ट्यूशन फीस स्कूल ले उसके अलावा कहीं कोई फीस ना लें. उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी जिलों में स्कूलों की ओर से नोटिस के माध्यम से कहा जा रहा है कि आपको ट्यूशन फीस के साथ-साथ बस फीस , ट्यूशन फीस, एनुअल फीस, बिल्डिंग मेंटेनेंस, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर फीस और न जाने कितने तरह की फीस शामिल हैं जिसकी मांग की जा रही है. इससे कई अभिभावक मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहे है. वहीं स्कूल 10 वीं में प्रोविजनल नामांकन के नाम पर लगभग 50 से 60 हजार रुपये ले रहे है जबकि नामांकन तभी कन्फर्म होना है जब फाइनल रिजल्ट निकलेगा. ऐसे में अभिभावकों के सामने घर का गहना, जमीन ,मकान बेचने के अलावा कोई चारा नही है.
अजय राय ने कहा कि स्कूलों की इस तरह के दोहन नीति पर राज्य सरकार तत्काल रोक लगाए अन्यथा ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन इस मामले को लेकर कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेगा. आज धरना के दौरान
अजय राय, संजीव दत्ता, विद्याकर कुमार, कुमार रामदीन, आलोक झा,वीरबहादुर सिंह, विस्वजीत कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.