दिल्ली: कोरोना महामारी की मार के दौरान ही मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया है. दूसरे कार्यकाल के दौरान मोदी सरकार की तरफ से कई ऐसे फैसले लिए गए जिसका विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किया.
हालांकि बीजेपी सरकार अपने फैसलों पर डट कर खड़ी रही. मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मोदी सरकार के कार्यकाल और इस दौरान अल्पसंख्यकों को लेकर उनपर किए गए हलमों का जवाब दे रहे हैं.
हर मंत्री को साइलेंट तरीके से जिम्मेदारी दी गई थी. मुझे झारखंड की दी गई थी, इस दौरान मैंने जरूरी लोग, चाहे वो स्थानीय अधिकारी, मुख्यमंत्री, मंत्री और कार्यकर्ताओं कोरोना की रिपोर्ट लेकर हर रोज पीएम को दी. सभी मंत्री ये रिपोर्ट पीएम को देते थे.
चारों तरफ से चुनौतियां आ रही हैं, कोरोना महामारी, अम्फान तूफान और टिड्डीयों का कहर- इन सभी का मजबूती के साथ मोदी सरकार ने सामना किया, जिसका परिणाम साफ तौर पर देखने को मिल रहा है.
दुनियाभर में कोरोना की स्टडी में ये बात सामने आ रही है कि भारत ने इस महामारी का सामना डट कर किया है. भारत शायद दुनिया का एक मात्र देश होगा जहां रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ज्यादा है.
मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा कर चुकी है. मोदी सरकार का पहला साल ईमान और इंसाफ का रहा है.