तनु कुमार
मुंगेर : कोरोना संकट के कारण देश मे व्याप्त लॉकडाउन मे लोग जहां अपने घरों में कैद हो गये . तो वही लोग मौसमी फलों का स्वाद भी नहीं चख पा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण ट्रांसपोर्ट सेवा भी बाधित हुई, जिसके कारण जिले के बाजारों मे लोकल व अन्य राज्यों से आने वाले मिठास भरे आम भी कैद हो गये., प्रत्येक साल मुंगेरीया मालदा आम मुंगेर के अलावे दूसरे राज्यों और जिलों मे भेजा जाता था तो वही रसपुरी, सुवर्ण रेखा, लक्षमण भोग, आम्रपाली, तोतापरी, मालगोवा, लंगड़ा ,मालदा आम कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, बंगाल तमिलनाडु और उत्तरप्रदेश जैसे अन्य राज्यो से मुंगेर बाजार मे बिकने के लिए उतरते थे ,जो लॉकडाउन के कारण बाजारों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं. इस संबंध मे वैज्ञानिक ढंग से आम की खेती करने वाले किसान व व्यापारी चंदन यादव व दिनेश सिंह ने बताया कि मुंगेर के मालदा आम का एक अलग ही स्वाद होता है जो इसे दूसरे आमों से अलग करता है. लेकिन इस बार एक तो लॉकडाउन और दूसरे तेज आंधी बारिश व ओलाबृष्टि के कारण आम की फसलों का देखभाल सही से नहीं हो पाया और न ही मंजरो में दवाईयों का छिडकाव हो पाया. जिससे कई आमों मे कीड़े लग जाने से काफी फसल नष्ट हो चुका है,. इससे आम का लोकल उत्पादन करने वाले किसानो को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है वही जो आम दुसरे राज्यो से बिकने के लिए आते थे लॉकडाउन मे वाहनों के चलने पर पाबंदी के कारण इस बार नहीं आ पा रहे है जिससे किसान ना तो आपनी आमो को दुसरे राज्यो मे बेच पा रहे है और ना ही दुसरे राज्यो के आम बेचने के लिए खरीद पा रहे है।