दुमका: झारखंड सरकार के निर्देश के आलोक में दुमका जिला प्रशासन की ओर से आगामी एक जून से समूचे जिले में पानी रोको,पौधा रोपो नामक एक महत्त्वाकांक्षी अभियान शुरू किया जा रहा है. गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में रोकने के उद्देश्य से शुरू इस योजना से अधिक से अधिक जरूरतमंद मजदूरों को जोड़ कर उन्हें अपने गांव एवं टोलों में ही रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा.
दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने शनिवार को इस सम्बन्ध में जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,वरीय पदाधिकारी,जिला कार्यक्रम प्रबंधक,जेएसेसपीएल, तकनीकी विशेषज्ञ,जलछाजन प्रकोष्ठ एवं सभी सीएसओ को पत्र जारी कर इस महत्त्वाकांक्षी अभियान को सफला पूर्वक कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
उपायुक्त द्वारा जारी निर्देश पत्र में बताया गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा पूरे राज्य में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से बिरसा हरित ग्राम योजना,नीलाम्बर पीताम्बर जल समृद्धि योजना एवंक्षवीर शहीद पोटो हो खेल विभाग योजना सहित तीन महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई है.
इसी क्रम में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के निर्देश के मद्देनजर एक जून से दुमका जिले में पानी रोको, पौधा रोपो नामक महत्वपूर्ण पूर्ण योजना शुरू की जा रही है. इस योजना के माध्यम से प्रति दिन मानव दिवस सृजन के साथ-साथ जहां एक ओर एक बड़ी आबादी को रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर जल एवं मृदा संरक्षण कार्यों से गांव का पानी गांव में,खेत का पानी खेत में रोक कर प्रत्येक गांव एवं टोले में वर्षा जल का संरक्षण कर भूजल को रिचार्ज करने में सफलता मिलेगी.
उपायुक्त ने इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए प्रत्येक स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए निर्देश दिया है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में औसतन दो सौ हेक्टेयर यानि पांच सौ एकड़ अपलेंड पर पीसीबी बेंडिग कार्य इस वित्तीय वर्ष में अवश्य संपादित किया जाये.
उन्होंने कहा है कि इस वित्तीय वर्ष के शेष दस माह के लिए प्रत्येक माह प्रति पंचायत न्यूनतम बीस हेक्टयर यानि पचास एकड़ का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य सम्पादन जरूरी है. उपायुक्त ने जारी निर्देश में कहा है कि संबंधित कार्यों के बेहतर अनुश्रवण के लिए संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी पंचायतों का साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं.
इसके लिए प्रत्येक गांव एवं टोला में कम से कम पांच योजनाएं और एक जून 20 तक कम से कम तीन योजनाएं संचालित कर प्रति पंचायत प्रतिदिन दो सौ से ढाई सौ मजदूरों को नियोजित किया जाय ताकि किसी भी ग्रामवासी महिला व पुरुष को रोजगार के लिए गांव या टोला से बाहर जाने की जरूरत नही पड़े.
इसी संदर्भ में उपायुक्त ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी स्तर पर सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इस संबंध में दुमका के उपविकास आयुक्त शेखर जमुआर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के सभी मजदूरों को ग्राम स्तर पर ही रोजगार मुहैया कराने को लेकर कार्य योजना तैयार की गई है.
जिला प्रशासन ने आगामी एक जून से पूरे जिले में व्यापक पैमाने पर शुरू योजना से मजदूरों को जोड़ कर रोजगार मुहैया कराने का निर्णय लिया है. उन्होंने रोजगार पाने को इच्छुक लाभुकों से जिला प्रशासन द्वारा कार्यान्वित योजना से जुड़ने की अपील करते हुए कहा जिला प्रशासन वैसे जरूरत मंद लोगों को हर सम्भव रोजगार व सुविधा मुहैया कराने के प्रति प्रतिबद्ध है.