रांची: ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों को लाने का काम जारी है. अब तक 4.30 लाख प्रवासी मजदूर वापस आ चुके हैं. उनके आने के बाद कोरोना के मामले में भी बढ़ोत्तरी हुई है.
उन्होंने कहा कि आज प्रवासी मजदूरों को लाने का काम केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर कर रही है. अगर यह काम पहले ही हो जाता तो शायद झारखंड में कोरोना का इस तरह फैलाव नहीं होता.
आलम ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि घर-घर राहत पहुंचाएं. जब 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई, तब उम्मीद जगी थी कि कोविड-19 को लेकर झारखंड को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन यह लॉन्ग टर्म पैकेज है.
झारखंड की वर्तमान स्थिति का जायजा मुख्यमंत्री और पदाधिकारी ले रहे हैं. सबसे बड़ी चिंता का विषय कोरोना के संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ना और प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराना है.