रांची : सांसद चंद्र प्रकाश चैधरी ने कहा है कि राज्यभर के किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है. किसान एक ओर कोरोना महामारी में लागू लॉक डाउन और दूसरी ओर बेमौसम बारिश के साथ हुए ओला वृष्टि के कारण तंगहाली में आ गए हैं. आलम यह कि किसानों को फसलों के उत्पादन एवं उत्पादित फसलों की बिक्री पर भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ उन्हें अव्यवहारिक स्थिति से भी गुजरना पड़ रहा है. सांसद चंद्रप्रकाश चैधरी ने इस विषय एवं बात को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ध्यान आकृष्ट कराया है और उनसे किसानों की मौजूदा व्यथा व दशा को देखते हुए बिजली बिल व कृषि ऋण माफ करने के साथ- साथ नुकसान हुए फसलों का मुआवजा देने का आग्रह किया है. उन्होंने इसको लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भी प्रेषित किया है. अपने पत्र में सांसद चंद्रप्रकाश चैधरी ने इस बात का उल्लेख किया है कि किसानों के द्वारा कृषि कार्य बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड के द्वारा ऋण लेकर किया जाता है. विगत तीन माह के लॉक डाउन, बेमौसम वर्षा और लगातार हो रहे ओलावृष्टि से हुए इस दोहरे क्षति के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. बहुत ऐसे किसान है, जो बिजली बिल और कृषि ऋण भुगतान करने की स्थिति में भी नहीं है. ऐसे किसान एक तरफ फसल नुकसान व कृषि ऋण और दूसरी तरफ परिवारिक जिम्मेवारियों के कारण अपनी भविष्य को लेकर मानसिक तनाव में जीवन बसर करने को मजबूर हैं. ऐसे समय में यदि राज्य सरकार द्वारा किसानों का बिजली बिल एवं कृषि ऋण माफ किया जाता है तो राज्य भर के किसानों को बड़ी राहत होगी. किसान निश्चित होकर खरीफ की बुआई कर सकेंगे.
झारखंड की वर्तमान स्थिति का जायजा मुख्यमंत्री और पदाधिकारी ले रहे हैं. सबसे बड़ी चिंता का विषय कोरोना के संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ना और प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराना है.