बरकट्ठा: वैश्विक महामारी व राष्ट्रीय आपदा के कारण लगभग ढाई माह से प्रखंड के सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालय बंद है. इधर विभागीय निर्देश पर सरकारी स्कूल खोले गए, जहां शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य यथा पुस्तक वितरण, बच्चों के बीच एमडीएम खाद्यान्न व प्रतिपूर्ति भत्ता का वितरण किये जाने है. साथ ही स्कूल में बच्चों का नव नामांकन किया जाना है.
ज्ञात हो कि स्कूल तो खुले लेकिन बच्चे अभी भी स्कूल से दूर रहेंगे. वहीं शिक्षक रोएस्टरवाइज विद्यालय आएंगे. स्कूल खुलने पर प्रखंड मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय बरकट्ठा के प्रांगण में बुधवार को स्थानीय मुखिया बसंत साव की अध्यक्षता में एसएमसी व शिक्षकों के मध्य एक बैठक हुई, जहां लॉकडाउन अवधि में बंद रहे विद्यालय के कारण एमडीएम से वंचित रहे बच्चों को खाद्यान्न व प्रतिपूर्ति भत्ता वितरण पर विचार किया गया.
साथ ही विद्यालय विकास अनुदान राशि, विद्यालय मैंटेनेंस व मरम्मती राशि के खर्चों पर विचार लिया गया. गौरतलब हो कि विभाग ने 577 बच्चों के लिए खाद्यान्न व प्रतिपूर्ति भत्ता राशि उपलब्ध है. इस पर मुखिया ने निर्देश दिया कि सभी बच्चों को खाद्यान्न व प्रतिपूर्ति भत्ता दिया जाएगा.
इसके लिए विभाग से शेष आवंतांबव राशि की मांग की जाएगी. मुखिया ने एसएमसी सदस्यों व सभी शिक्षकों को निर्देश दिया कि विद्यालय को जो भी राशि जिस जिस मद में उपलब्ध करवाई जाती है, उसका सही रूप से खर्च कर उपयोगिता प्रमाणपत्र स्कूल में रखा जाये.
उन्होंने कहा कि हर माह स्कूल में प्रबंधन समिति सदस्यों की बैठक होनी चाहिए. अंततः बैठक में स्पष्ट हुआ कि स्कूल के सभी बच्चों को हर सरकारी सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. किसी बच्चों के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा.
वहीं मुखिया ने कहा कि शैक्षणिक कार्य शुरू होने के पूर्व स्कूल को पुनः साफ सफाई व सैनिटाइज करवाया जाएगा. शैक्षणिक कार्य के लिए सभी शिक्षक को ईमानदारी से दायित्व निभाने की अपील की गई.
बैठक का संचालन शिक्षक सह प्रभारी प्रधानाध्यापक रामकिशुन महतो ने की.
मौके पर शिक्षक मुरलीधर महतो, उपमुखिया शंकर यादव, प्रबंधन समिति अध्यक्ष बिनोद साव, शिक्षक मंजु बाला, कलावती देवी, त्रिलोकी साव, मनोज राम, रुस्तम अंसारी, राघवेन्द्र लाल, हरिहर दास, इन्द्रदेव साव समिति सदस्य सुशील पाण्डेय, सुरेन्द्र साव, अशोक गुप्ता, भुनेश्वर राम, आरती देवी, पिंकी देवी व अन्य शामिल थे.