नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कोरोनो वायरस महामारी के दौरान फेस मास्क पहनने की गाइडलाइन को अपडेट हुए कहा है कि लोग भीड़भाड़ वाली उन जगहों पर मास्क पहनें, जहां नया कोरोना वायरस काफी फैला है.
चूंकि ये घातक वायरस फैलता जा रहा है, ऐसे में WHO ने भी इस बात को लेकर अपना नजरिया बदला है कि किसे मास्क पहनना चाहिए, कब पहनना चाहिए और ये मास्क किसका बना होना चाहिए.
WHO के प्रमुख टेड्रोस अदनोम ने सुझाव दिया कि सरकारों को अपनी जनता को ऐसी जगहों पर मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, जहां वायरस का व्यापक संक्रमण हो और लोगों का आपस में दूरी बनाना मुश्किल हो जैसे कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट, दुकानें या फिर ऐसी दूसरी जगह जहां भीड़भाड़ वाला माहौल रहता है.
WHO के प्रमुख ने कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले इलाकों के लिए सलाह दी कि जो लोग 60 साल या उससे अधिक उम्र के हैं, या ऐसे लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है, उन्हें ऐसी स्थिति में मेडिकल मास्क पहनना चाहिए, जहां लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखना संभव नहीं है.
WHO ने गैर-मेडिकल फैब्रिक मास्क की बनावट को लेकर भी नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें ये सलाह दी गई है कि मास्क में अलग अलग मटीरिअल की कम से कम तीन परतें होनी चाहिए.