जम्मू: एक तरफ पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा वहीं दूसरी तरफ जूम्म-कश्मीर में एक बार फिर से आंतकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है. इस मुठभेड़ में अब तक 4 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है. इस तरह पिछले 24 घंटों में सुरक्षाबलों ने शोपियां में ही दो अलग-अलग मुठभड़ों में 9 आतंकियों को मार गिराया है. इलाके में रविवार को भी मुठभेड़ हुई थी और इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया है. इनमें हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर भी शामिल है. मुठभेड़स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गया. इसके बाद आज भी सुबह से ही शोपियां के पिंजोरा में मुठभेड़ हो रही थी. इस मुठभेड़ में सफलता हासिल करते हुए पुलिस और सेना ने संयुक्त रूप से 4 आतंकी मारे हैं.
रविवार को मारे गए थे 5 आतंकी
इससे पहले रविवार को भी 5 आतंकी मारे गए थे. मारे गए आतंकी घाटी में बड़ी वारदात अंजाम देने के लिए घुसे थे. 10 घंटे तक जारी रही मुठभेड़ में एक मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ. इसके अलावा शरारती तत्वों ने मुठभेड़ में बाधा डालने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव किया. अफवाह फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई.
बता दें कि सुरक्षाबलों को रविवार रात सूचना मिली थी कि शोपियां के रेबन गांव में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद आधी रात को पुलिस, सेना की एक राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय पुलिस बल की संयुक्त टीम ने गांव को घेर लिया था. सुबह होने तक का इंतजार किया गया. आतंकी गांव में एक घर में छिपे थे. सुबह करीब साढ़े सात बजे सुरक्षाबलों को देख आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी.
रिहायशी क्षेत्र होने के कारण सुरक्षाबल पूरी सतर्कता के साथ गोलाबारी कर रहे थे. इस दौरान सुरक्षाबलों ने 15 लोगों को गोलीबारी के बीच बाहर सुरक्षित निकाला. मुठभेड़ शाम करीब पांच बजे तक चली. दो आतंकी ठिकाने से बाहर भागने की कोशिश में मारे गए और तीन अंदर ही. जब गोलाबारी बंद हुई तो सुरक्षा बल क्षतिग्रस्त हो चुके मकान में पहुंचे. वहां पांच आतंकियों के शव मिले. इनकी पहचान हिजबुल के कमांडर फारूक अहमद भट्ट उर्फ नल्ली, ओबेद मलिक, इशहाक, आदिल हुसैन और बिलाल अहमद के रूप में हुई है.
ए-प्लस प्लस श्रेणी का आतंकी था नल्ली
सूत्रों के अनुसार, ए-प्लस प्लस श्रेणी के आतंकी नल्ली को आतंकी नवीद बाबू की गिरफ्तारी के बाद कुलगाम व पुलवामा की कमान सौंपी गई थी. वह यारीपोरा का रहने वाला है. दो हफ्ते पहले यारीपोरा में सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ के दौरान भाग निकलने में कामयाब हो गया था. इसके अलावसा वह 2015 से दक्षिण कश्मीर में सक्रिय था.