बिहार: आप सभी को ये विदित है कि पिछले कुछ दिनों से जिले में लगातार रोड- दुर्घटनायें हुई है, जिसमें काफी जान-माल की क्षति भी हुई है. ये एक्सीडेंट प्राय: दो कारण से हो रहे हैं:
गाड़ी चलानेवाले बिना कण्ट्रोल के वाहन चला रहे हैं, ज्यादातर अल्पव्यस्क/ बच्चें गाडी ड्राइव करने के शौक और जूनून में रहते हैं, उनके अभिभावक/ बुजुर्ग उन्हें सलाहियत नहीं देते, ये सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना कर हाई स्पीड में गाडी चलाते हैं- हेलमेट नहीं पहनते, ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होता, गाडी के गियर-क्लच-ब्रेक की रेगुलर जांच नहीं होती- नतीज़ा एक्सीडेंट होता है और बहुत ही दुखद परिणाम सामने आते हैं.
आये दिन सड़कों पर मक्के को सुखाने या स्टोर करने के लिए रोड का अतिक्रमण कर लिया जाता है, सड़क पर अत्यंत सकरी जगह वाहनों के आवागमन के लिए छोड़ी जाती है. दुसरे, मक्के पर गाडी के टायर भी अमूमन ज्यादा स्किड करते है, फिसल कर एक्सीडेंट होने की संभावना ज्यादा हो जाती है. जैसा की आज सुबह हलामाला पंचयत के पास वाली सड़क पर हुआ. ऐसी कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं पिछले कुछ दिनों में हो चुकी है जिसमें कई जानें जा चुकी है.
अगर दोनों कारणों को ठीक से समझें तो ये ज्यादातर लोगों की नासमझी और मतलबपरस्ती की वजह से हो रहा है, जिसमें कई घरों के चिराग बुझ जा रहे हैं, उन्हें आर्थिक और सामाजिक क्षति भी हो रही है. अत: पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित करके कठोर कदम उठाएगी.
वाहनों की रेगुलर जांच विभिन्न चौक चौराहों पर होगी और नए मोटरवाहन अधिनियम के तहत जुर्माना काटा जायेगा जिसमें मिनिमम 1000 रुपये का फाइन होगा. सभी बुजुर्ग अपने बेटो-बच्चों पर कड़ी निगाह रखें, वैसे भी कोरोना महामारी का खतरा अब और ज्यादा बढ़ चुका है. इस सूरत में बिना वाजिब कारण और सभी कागजात- हेलमेट के किसी को बाहर ना निकलने दें- ये आपके अपने हित में है- वरना बाद में आर्थिक क्षति के साथ जान-माल का भी नुक्सान होगा. साथ ही जिसका एक्सीडेंट होगा, उसका लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया जायेगा.
सीमांचल में मक्का का सीजन है. किसान इस समय मक्का सुखाते हैं जिसमें ज्यादातर गरीब किसान ही होतें है- जिनके पास मक्का सुखाने के लिए पक्की जगह नहीं होती, ना ही प्लास्टिक या कुछ तिरपाल जैसा होता है.
परन्तु फिर भी ये ध्यान दें की सड़क पर ऐसे काम ना करें- लापरवाही ना करें क्योंकि आपका फायदा किसी की जान से बढ़कर बिल्कुल भी नहीं हो सकता. ऐसी दुर्घटनाएं गांव-घर-समाज देखकर नहीं होती. अत: सड़कों पर मक्का बिछा कर अतिक्रमण करनेवाले सावधान हो जाएं, पुलिस और प्रशासन ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेगा, अतिक्रमण की वजह से अगर कहीं दुर्घटना हुई तो सम्बंधित मक्का सुखानेवाले पर FIR होगा, वो जेल भी जायेंगे.
बिहार पुलिस अधिनियम के तहत उनका चालान बना कर SDO के कोर्ट में भेजा जायेगा, फाइन के साथ जेल का भी प्रावधान है. सभी थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारी ये सुनिश्चित करेंगे की उनके एरिया में सड़कों पर इस तरह का अतिक्रमण बिलकुल ना हो, यदि ऐसा कोई करता है तो उसपर क़ानूनी प्रावधानों के अंतर्गत सख्त-से सख्त कार्रवाई करेंगे.
इस समस्या से सभी जिलेवासी बेज़ार हैं. जिले के सभी सुधीजनों से सहयोग की अपील है, सभी मुखिया-सरपंच- वार्ड पार्षद एवं समाजसेवी बंधु इस अभियान में सहयोग करेंगे और आम जनता को जागरूक भी करेंगे .