बिहार(बेतिया): बेतिया पश्चिमी चम्पारण कोरोना महामारी के रूप में जो आपदा सामने आयी है, हमें इसका डटकर मुकाबला करना है. बेतिया जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार जिले में बाहर से आये श्रमिकों/व्यक्तियों को उनकी स्किल के अनुसार रोजगार मुहैया कराए जाने हेतु विभिन्न स्तरों किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान यह बोल रहे थे. इस समीक्षा में बाहर से वापस लौटे विभिन्न स्किल्स के श्रमिकगण एवं क्वारेन्टीन के दौरान बनाये गए उद्यमी मित्र मंडली एवं इस कार्य में संलग्न पदाधिकारीगण भी मौजूद थे.
जिला पदाधिकारी के द्वारा एक-एक कर उद्यमी मित्र मंडली के सदस्यों से उनकी स्किल्स, नेचर ऑफ वर्क की बारीक जानकारियां प्राप्त की, जैसे पेवर ब्लॉक्स, बैग बनाने वाले, जीन्स सिलने वाले, जूते-चप्पल बनाने वाले, शर्ट्स बनाने से जुड़े व्यक्ति से जाना कि इस कार्य मे किन-किन मशीनों की उपयोगिता होती है, जमीन की कितनी आवश्यक होगी, स्टार्टअप के लिए न्यूनतम कितने की लागत पड़ेगी, विभिन्न प्रकायों के कितने लोग लगेंगे, रॉ मटेरियल्स कहाँ से खरीदी जाएगी, फिर प्रोडक्शन के उपरांत उसकी मार्केटिंग कैसे और कहां-कहां किया जाएगा.
जिला पदाधिकारी के द्वारा सबों से लगने वाली लागत और पैसे की उपलब्धता की भी जानकारी प्राप्त की गई और तदलोक में जीएम, डीआइसी और एलडीएम, बेतिया को फंडिंग की दिशा में आवश्यक कार्रवाई शीघ्र करने का निर्देश दिया. जिला पदाधिकारी के द्वारा हौसला अफजाई करते हुए कहा गया कि पहले आप किसी के अधीन काम करते थे, लेकिन सरकार और जिला प्रशासन की मंशा है कि आप खुद उद्यमी बनें. आपके पास स्किल की ताकत है. जिलाधिकारी ने कहा कि इस मुसीबत की घड़ी में हम सभी कमर कसके खड़े रहें. आपदा की इस चुनौती को हमें अवसर में बदलना है.
उन्होंने कहा कि आश्वस्त करना चाहता हूं कि जिला प्रशासन की उर्जावान टीम दिन-रात मेहनत कर आप सभी के कल्याण हेतु कार्य कर रहे हैं. उक्त बातें जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने आज समाहरणालय सभागार में उपस्थित बाहर से आये श्रमिकों/व्यक्तियों से कही. जिलाधिकारी द्वारा बाहर से आये श्रमिकों/व्यक्तियों से उनके कार्यों की जानकारी ली गयी तथा उन्हें भरोसा दिलाया गया कि उन्हें सरकार एवं जिला प्रशासन उन्हें हरसंभव मदद करेगी.