रांची: समाज सेवी राजीव रंजन राजू ने जिला प्रशासन से मांग की है की सरकार स्पष्ट करे की गरीबों का राशन कार्ड क्यों नहीं बन रहा है ? राशन कार्ड बनाने की नीति स्पष्ट क्यों नहीं है ? बहुत सारे आवेदक वर्षों से आवेदन ऑनलाइन करने के बाद भी दौड़ रहे हैं. इसमें जिला के पदाधिकारियों को यह बताना चाहिए कि ऑनलाइन आवेदन देने के कितने दिनों के अंदर राशन कार्ड बनाकर देना है. या फिर रिजेक्ट करना है. और रिजेक्ट करना है तो कितने दिनों के अंदर एवं उसकी सूचना कहां और किससे मिलेगी.
रोज सैकड़ों लोग प्रज्ञा केंद्र के चक्कर लगाते हैं और इतनी कड़ी धूप में लंबी कतार में घंटो खड़े रहते है और घंटो खड़े होकर जब उनकी बारी आती है तो पता चलता है की राशन कार्ड तो बन ही नहीं रहा है. राजीव रंजन राजू जो ने आगे बताया की मैंने इस विषय पर कई बार विरोध प्रकट किया है उन्होंने ये भी कहा की सरकार ने कहा है की राशन कार्ड बनवाने के लिए बैंक एकाउंट, आधार कार्ड, आदि की जरूरत पड़ेगी पर मेरा मानना है की हमारे राज्य की बहुत सी आबादी सुदूर देहात में रहती है, और वे लोग बहुत गरीब हैं तथा किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं ऐसे में वो बैंक में एकाउंट खुलवाने में असमर्थ हैं.
सरकार को इस विषय पर गंभीरता से सोचना पड़ेगा और इस पर विचार करना पड़ेगा. अगर सरकार सिर्फ आधार कार्ड ले कर राशनकार्ड ऑनलाइन बनाने संबंधित आदेश देती है तो कई गरीब और असहाय लोगों का कल्याण हो जायेगा और उन्हें कम से कम सस्ते दर में राशन मिल पायेगा और वे लोग दो टाइम आराम से भोजन कर पाएंगे.
बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि जब कई गरीब जिला आपूर्ति कार्यालय, प्रखंड कार्यालय जाते हैं तो वहां के लोगों ने स्पष्ट कह दिया कि अभी कुछ भी नहीं हो रहा है जब लॉकडौन खुलेगा तब राशन कार्ड बनेगा. इस वैश्विक महामारी में सबसे अधिक रोज कमाने खाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में इन गरीब असहाय लोगों के लिये राशन कार्ड बहुत मायने रखेगी.