मुजफ्फरपुर(Bihar): मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी डॉ०चंद्रेशखर सिंह की अध्यक्षता में जल- जीवन- हरियाली से सम्बंधित समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आहूत की गई.
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभाग जल-जीवन-हरियाली के तहत ली गई योजनाओं को पूरी गुणवत्ता के साथ स-समय पूर्ण करें. उन्होंने कहा कि यह महज अभियान नहीं है बल्कि एक जन आंदोलन है. कहा कि सभी के व्यापक सहभागिता से इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में जल संचय ,बिजली बचत को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाएं. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाहर से आये मजदुरो को जल जीवन हरियाली के तहत चलने वाली विभिन्न योजनाओं में प्रथमिकता के आधार पर रोजगार प्रदान करें.
बैठक में बताया गया कि 207 तालाब एवं 113 कुंओ को मिलाकर कुल 320 सएवजनिक जल संरचनाएं अतिक्रमित थीं. जिसमें 305 को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शेष बचे पांच जल संरचनाओं को 15 जून तक अतिक्रमण से मुक्त कराना सुनिश्चित करें.
जिलाधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक जल संरचनाओं के जीणोद्धार के कार्य की धीमी गति को और तेज करने की जरूरत है. विशेषकर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत महाराजी पोखर, पीर पोखरिया, आमगोला पोखर साहू पोखर ,ब्रह्मपुरा पोखर के जीणोद्धार कार्य को लेकर सख्त निर्देश दिया गया.
वही साहू पोखर से संबंधित जीर्णोद्धार कार्य की जांच कमेटी गठित कर कराने का निर्देश दिया. ब्रह्मपुरा पोखर के जीणोद्धार का कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश भी जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया . उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जल संरचनाओं को अतिक्रमित करने वालों पर विधि सम्मत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वही बुडको के अभियंता द्वारा कार्य में रुचि न लिए जाने के कारण उनसे स्पष्टीकरण पूछने का भी निर्देश दिया गया।बैठक में लघु जल संसाधन द्वारा बताया गया कि 26 योजनाएं शुरू की गई हैं जिसे 15 जून तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
26 के विरुद्ध एक भी कार्य पूर्ण नहीं किए जाने के कारण जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की और सभी 26 जल संरचनाओं के जीणोद्धार कार्य की जांच 26 अधिकारियों के द्वारा कराए जाने का निर्देश दिया।साथ ही ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सभी तरह के जल संरचनाओं के जीणोद्धार के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए.