रवि सिहं गोरखपुर,
UP(गोरखपुर): आजादी आंदोलन के क्रांतिकारी, काकोरी कांड के महानायक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के 129वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर गोरखपुर मंडलीय कारागार में स्थापित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण कर और जेल के कोठरी नंबर 7 में पुष्पार्चन और आरती करके बिस्मिल को शिद्दत से नमन किया गया.
भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ रामधनी, जेलर प्रेम सागर शुक्ला,
विश्वजीताशु सिंह आशु, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, शहीदों की याद में नियमित आयोजन करने वाले क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी बृजेश राम त्रिपाठी, क्षेत्रीय मंत्री प्रदीप शुक्ला एवं प्रदेश कार्य समिति सदस्य रमेश सिंह ने माल्यार्पण, आरती और पुष्पार्चन किया.
इस अवसर पर अपने संबोधन में क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि बिस्मिल करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं. उनके नेतृत्व में लड़ी गई लड़ाई अंग्रेज सरकार को उखाड़ फेंकने में बहुत ही कारगर साबित हुई. चंद्रशेखर आजाद, अशफाक और रोशन सिंह जैसे सरीखे क्रांतिकारियों ने आजादी के आंदोलन को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाया. जिसका परिणाम यह रहा कि हम 1947 में पूर्ण रूप से आजाद हो गए.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ रामधनी सिंह ने कहा गोरखपुर जेल का कोठरी नम्बर 7 इस बात का गवाह एवं साक्षी है कि 19 दिसंबर 1927 को बिस्मिल के बलिदान से जो सन्देह देश मिला था वह आवाज स्वतंत्रता कराने में महती भूमिका निभाई थी और हम सब उस जेल की सेवा में हैं जहां पर बिस्मिल जैसा क्रांतिकारी ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजाद कराया था.
महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि बिस्मिल की जयंती पर हम सब को संकल्प लेना चाहिए कि अनेक दुश्वारियां भी अपने पग और पथ को डगमगा नहीं सकती है.
कार्यक्रम के संयोजक बृजेश राम त्रिपाठी ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की बिस्मिल जैसा क्रांतिदूत, बलशाली योद्धा, देशभक्त और विद्वान का यह बलिदान स्थल हम सभी के लिए राष्ट्र तीर्थ के समान है. जहां पर जयंती या पुण्यतिथि के अतिरिक्त भी हम सबको निरंतर नमन करने के लिए आना चाहिए.
इस अवसर पर माल्यार्पण करने वालों में वालों में शशिकांत सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र ओझा, ग्राहक पंचायत के महानगर अध्यक्ष राकेश दुबे, अजय सिंह सनचू, फणीन्द्र सिंह बबलू, बबलू सिंह, अनिरुद्ध पांडे एडवोकेट शामिल थे.