रांची: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने राज्य के कामगारों को देशभर के विभिन्न हिस्सों में सम्मान के साथ काम करने का अधिकार दिलाने और बिचौलियों की भूमिका को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाये गये कदम का स्वागत किया है.
उन्होंने सीमा सड़क संगठन, बीआरओ की विभिन्न परियोजनाओं में काम करने के लिए संताल परगना प्रमंडल के 1500 श्रमिकों को आज दुमका से विशेष ट्रेन से रवाना के पहले राज्य सरकार, बीआरओ और श्रमिकों के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि शर्तों के साथ श्रमिक जब राज्य के बाहर काम करने जाएंगे, तो उनका शोषण नहीं हो पाएगा और सभी श्रमिकों के बैंक खाते में बीआरओ की ओर से राशि हस्तांरित कर दी जाएगी, जिससे बिचौलियों की भी भूमिका खत्म हो जाएगी.
साथ ही किसी भी आपदा की स्थिति में मुश्किल में पड़े प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार की ओर से भी तुरंत सहायता उपलब्ध कराया जाना संभव हो पाएगा.
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि अब तक संताल परगना समेत राज्य के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में झारखंड के कामगार बीआरओ की विभिन्न परियोजनाओं में काम करने के लिए जाते रहे है, लेकिन निबंधित नहीं रहने और ऐसे श्रमिकों के बारे में पूरी जानकारी प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण संकट के समय उन्हें या उनके परिजनों को सहायता उपलब्ध कराने में काफी दिक्कत आती थी.
वहीं पूर्व में इन श्रमिकों की गाढ़ी कमाई का एक हिस्सा बिचौलिये भी चट कर जाते थे, लेकिन अब यह संभव नहीं हो पाएगा. सभी श्रमिकों को 18 से 26 हजार रुपये उनके काम के एवज में प्रति माह मिल पाएगा, इससे उनके और उनके परिवार के जीवन स्तर में भी सुधार आने की संभावना है.
उन्होंने इस प्रयास के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रदेश अध्यक्ष सह वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव तथा विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के प्रति भी आभार जताया.