बेतिया पश्चिमी चम्पारण: बेतिया पश्चिमी चम्पारण औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को सिर्फ प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में ही नहीं बल्कि उत्पादन केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाये, ताकि युवक-युवतियों को उनके स्कील्ड के अनुसार रोजगार मिल सके.
इसे उत्पादन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि जिले के युवक-युवतियों को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का शत-प्रतिशत लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकें.
उक्त बातें जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बेतिया के औचक निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों से कही. उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान बहुत सारे अनस्किल्ड श्रमिक जिले में वापस आयें हैं.
इन सभी को चिन्हित करते हुए प्राॅपर प्रशिक्षण दिलाना सुनिश्चित किया जाये, ताकि ये प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त करते हुए आत्मनिर्भर बन सकें.
उन्होंने कहा कि जिले में वापस लौटे लोगों को इलेक्ट्रिशियन, फिटर, इलेक्ट्रोनिक मैकेनिक, वाॅयरमैन टर्नर, मैकेनिक मोटर व्हीकल, मैकेनिक डिजल, मैकेनिक ट्रैक्टर, वेल्डर, पलम्बर आदि का प्रशिक्षण दिलाने की दिशा में अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाये.
उन्होंने कहा कि हैंड्सऑन प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत अनस्किल्ड श्रमिक पूरी तरह एक्सपर्ट बन कर अपने कार्यों को कर पायेंगे. जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारियों से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण दिलाने हेतु कौन-कौन से मशीने उपलब्ध हैं, कि जानकारी प्राप्त की गयी. उन्होंने निर्देश दिया कि आईटीआई में सारी व्यवस्थाएं अद्यतन रहनी चाहिए.
इस अवसर पर अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह, एसडीएम, बेतिया विद्यानाथ पासवान, जिला मत्स्य पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव, ओएसडी बैद्यनाथ प्रसाद सहित आईटीआई के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.