दुमका : झारखंड में दुमका सहित संताल परगना के विभिन्न जिलों से सीमा सड़क संगठन की देखरेख में लेह लद्दाख एवं अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य में योगदान करने वाले भारी तादाद में इच्छुक श्रमिकों का चयन किया जा रहा है. इन चयनित मजदूरों को लेकर शुक्रवार को लेह लद्दाख जाने वाली विशेष ट्रेन के अब शनिवार को दुमका रेलवे स्टेशन से रवाना होने की उम्मीद है. दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में शुक्रवार को मजदूरों को लेकर जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने सहित मजदूरों को प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शिरकत करने वाले थे लेकिन आज कुछ अपरिहार्य कारणों से आज उक्त रेल की रवानगी स्थगित कर दी गयी. हालांकि रेलवे स्टेशन में पूर्व से आयोजित कार्यक्रम आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में उपायुक्त राजेश्वरी बी, पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा एवं के ई अधिकारियों ने श्रमिकों को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी ।
इस मौके पर उपायुक्त राजेश्वरी बी ने श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार के प्रयास से हवाई जहाज के माध्यम से लेह एवं लद्दाख में फंसे श्रमिकों को दुमका लाया गया। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार श्रमिकों की समस्याओं के प्रति गंभीर है और उनका विशेष ध्यान रखती है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के आने के बाद यह जानकारी प्राप्त हुई की कार्य करने के दौरान बिचौलियों के द्वारा उनका शोषण किया जाता है और उनका हक छीना जाता है, लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं होगा। आप श्रर्मिकों का जो भी मानदेय होगा वह सीधे आपके खाते में भेजा जाएगा।आपके वेतन पर पूरा हक आपका होगा।कोई भी बिचौलिया आपका हक नहीं मार सकता है इसके लिए राज्य सरकार एवं श्रम विभाग कार्य कर रही है और आपके हक व अधिकार के प्रति सजग है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने कहा कि देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क की कमी है।उन क्षेत्रों में सड़क बनाना बहुत ही कठिन कार्य है और इस दुर्गम क्षेत्रों में आपके द्वारा किए जाने वाला योगदान देश हित में काफी महत्वपूर्ण होगा।कार्य करने के दौरान आपको हर जरूरी सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बॉर्डर के जवानों की तरह ही आप सीमा क्षेत्रों में तैनात रहेंगे इस दौरान आपके परिवार जनों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है इसका भी ध्यान रखा जाएगा आपके योगदान से निश्चित रूप से राष्ट्र की सुरक्षा और भी मजबूत होगी।
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधि परमानन्द कुमार ने कहा कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन भारतवर्ष का एक महत्वपूर्ण एजेंसी है,जो रोड कंस्ट्रक्शन के कार्य में लगी हुई है इसका मुख्य कार्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क निर्माण करना है। मुझे खुशी है कि झारखंड राज्य एवं दुमका के श्रमिकों का योगदान इस कार्य में काफी सराहनीय रहा है यहाँ के श्रमिक भाईयों द्वारा दुर्गम स्थानों में किये गये मेहनत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1970 से दुमका एवं अन्य स्थानों के समीप बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन से जुड़े हुए हैं। देश के उत्थान में सेना के उत्थान में तथा सीमावर्ती क्षेत्रों के उत्थान में आपका योगदान सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जो भी सुविधाएं कार्य के दौरान दी जाती है वह सारी सुविधाएं आपको दी जाएंगी।आपको खाने एवं रहने की सुविधा भी दी जाएगी साथ ही साथ आपके निवास स्थान से कार्य स्थल तक जाने के लिए वाहन की व्यवस्था रहेगी।आपका निर्धारित मानदेय सीधे आपके खाते में भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधित समस्या के लिए डॉक्टरों की टीम हमेशा उपलब्ध रहेगी साथ ही साथ पूर्व में कई बार आपात स्थिति में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी इलाज के लिए श्रमिक भाईयों को चंडीगढ़ भेजा गया है।
जिला का कोई भी इच्छुक व्यक्ति सरकारी संगठन बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन में कार्य करना चाहता है, वह अपने प्रखंड कार्यालय पहुंचकर निबंधन करवा सकते है। संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी मनोनीत किया गया है। श्रमिक को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। सरकार के संगठन बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा श्रमिको का निबंधन किया जाएगा। प्रत्येक श्रमिक को निबंधन कर उन्हें लेबर कार्ड प्रदान किया जाएगा।