रामगढ़: नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित वार्ड सदस्यों और नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के बीच आरोप-प्रत्यारोप को मुद्दा बनाते हुए रामगढ़ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है.
भाजपा नेताओं का कहना है कि नगर परिषद द्वारा संचालित योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. इसी भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के बंदरबांट में हिस्सेदारी को लेकर नगर परिषद के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.
इस संदर्भ में भाजपा के जिला महामंत्री रंजीत पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि नगर परिषद के 32 वाट में से 7 वार्ड सीसीएल क्षेत्र में है जबकि 25 वार्ड कृषि क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं.
कृषि क्षेत्र के विकास के लिए नगर परिषद के द्वारा किसी भी प्रकार की कार्य योजना नहीं है. नगर परिषद में स्थिति अनुकूल नहीं है. कार्यपालक अभियंता और अध्यक्ष- उपाध्यक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है.
उन्होंने कहा भाजपा भ्रष्टाचार को खत्म करने के प्रति दृढ़ संकल्प है. जल्द ही भाजपा का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त और नगर विकास आयुक्त से मिलकर नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामलों से अवगत कराएगा और नगर परिषद को भंग करने की मांग की जाएगी.
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और वार्ड सदस्यों की मिलीभगत से स्थानीय सांसद को बिना सूचना दिए सांसद के नाम से योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री आवास योजना के आवंटन के लिए लाभुकों को ₹25000 कमीशन देना पड़ रहा है. वर्तमान में नगर परिषद के सभी वार्डों विकास योजनाओं के लिए 1-1 करोड रुपए का आवंटन किया गया है. जिसमें कमीशन खोरी के बंदरबांट के लिए नगर परिषद में विवाद है.