नई दिल्ली: पठानकोट में गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंक आतंकियों आमिर हुसैन वाणी और वसीम हसन वाणी दोनों ने आतंकी संगठनों के खतरनाक मंसूबों के बारे में जानकारी दी है इन दोनों के गिरफ्तारी के बाद इनका कोरोना वायरस कराया गया रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इनसे पूछताछ शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार लश्कर के साथ-साथ हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी इस बार 15 अगस्त को आत्मघाती हमले की तैयारी में लगे हुए हैं. बताया जा रहा है कि इसके लिए वे अब पंजाब बाया पंजाब हथियारों को पंजाब से होते हुए हथियारों को कश्मीर घाटी में मंगवा रहे हैं क्योंकि जम्मू कश्मीर के साथ लगते पाकिस्तान बॉर्डर से आई एस आई आतंकियों को हथियार और गोला-बारूद सप्लाई नहीं कर पा रही है.
आतंकी आमिर हुसैन वाणी और वसीम हसन वाणी दोनों को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ के लिए अमृतसर के ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में लाया गया गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद उन्हें पठानकोट में रखा गया.
दोनों आतंकियों से पूछताछ जारी है वहीं सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि आतंकी संगठन घाटी में गड़बड़ी फैलाने के लिए हथियारों के ठिकानों पर पहुंच चुके हैं जिसे लेकर जम्मू-कश्मीर और पंजाब पुलिस ने कुछ जानकारियां साझा की है.
जानकारी के अनुसार जिस लस्कर ने अमृतसर की गल्ला मंडी के पास आतंकी वसीम और आमिर को हैंड ग्रेनेड एके-47 सहित और अलग हथियार सप्लाई किए थे.
पुलिस जांच के बाद वहां तक भी पहुंच चुकी है. इसके अलावा यह भी पता लगाया गया है कि घाटी में बड़े हमले करने के लिए हवाला के जरिए आतंकियों को ड्रग मनी भी पहुंचा रही है.
बता दें कि पठानकोट में ही 2 दिन पहले गिरफ्तार किए गए तीसरे आतंकी जावेद अहमद की अभी कोरोना रिपोर्ट नहीं आ पाई है. सुरक्षा एजेंसियों को इसकी रिपोर्ट का इंतजार है.
इसे लेकर सुरक्षा एनजीओ के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकियों के प्रत्येक षड्यंत्र को नाकाम करने के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. इस समय मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी जांच को अपने हाथ में ले सकती है.