बिहार: शराबबंदी को लागू कराने में जुटे मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों को फायरिंग की प्रैक्टिस कराई जाएगी. लम्बे समय से हथियार चलाने का इन्हें प्रशिक्षण नहीं मिला है, लिहाजा फायरिंग प्रैक्टिस कराने का निर्णय लिया गया है. ताकि फील्ड में तैनात अधिकारी जरूरत पड़ने पर आत्मरक्षार्थ गोलियां चला सकें. पुलिस के लिए बने विभिन्न फायरिंग रेंज में यह प्रशिक्षण होगा.
नाइन एमएम पिस्टल दी जाएगी
मद्य निषेध विभाग अपने अधिकारियों को नाइन एमएम की पिस्टल मुहैया कराने जा रहा है. इसके लिए राइफल फैक्ट्री इशापुर को आर्डर दिया गया है. फिलहाल 416 पिस्टल की खरीद होनी है. जल्द ही पिस्टल मिलने की उम्मीद है. फील्ड में तैनात मद्य निषेध के दारोगा से लेकर संयुक्त आयुक्त तक के अधिकारियों को पिस्टल मुहैया कराया जाएगा. ऐसे में जरूरी है कि इन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त हो.
पुलिस देती रही है प्रशिक्षण
मद्य निषेध के अधिकारियों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण पुलिस के सहयोग से कराया जाता रहा है. इनके शस्त्र प्रशिक्षण की सेवा शर्तों के अनुसार पूर्व में हथियार चलाने की ट्रेनिंग पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा दी गई है. चूंकि मद्य निषेध से जुड़े अधिकारियों को इसका प्रशिक्षण मिले काफी दिन हो चुका है, इसलिए जरूरी है कि हथियार मुहैया कराने के पहले इन्हें चलाने की ट्रेनिंग दी जाए.