रंजीत कुमार
सीतामढ़ी : डीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी बीडीओ एवं सीओ के साथ बाढ़ तैयारियों की समीक्षा की.
सीतामढ़ी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अंचलाधिकारियों एवम बीडीओ के साथ बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक किया. बैठक में अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी,आपदा प्रभारी पदाधिकारी,सहित सभी प्रखंडो के नोडल पदाधिकारी आदि उपस्थित थे. डीएम ने एजेंडावार सभी बिंदुओं पर प्रखंडवार समीक्षा किया. सभी प्रखंडो को ससमय वर्षापात प्रतिवेदन दैनिक रूप से समय पर भेजने की सुदृढ़ व्यवस्था कर लेने हेतु निर्देशित किया गया। संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान भी ससमय कर लेने का निर्देश दिया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि जो सीओ अभी तक तटबंध निरीक्षण का रिपोर्ट नही दिए है वे अविलंब रिपोर्ट भेज दे.
तटबंध की सुरक्षा हेतु निरीक्षण के समय रेनकट,चूहा के बिल, तटबंध अतिक्रमण, संवेदनशील अति संवेदनशील तटबंध स्थल, स्लुइस गेट आदि का विशेष ध्यान रखने का निदेश डीएम द्वारा दिया गया। सभी अंचल अधिकारियों को सरकारी नावों का भौतिक सत्यापन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया.
सभी निजी नावों का निबंधन एवं पूर्व से निबंधित नावों का नवीकरण करने हेतु संबंधित अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया।डीएम ने कहा कि सभी प्रकार के नाव का निबंधन,मोबाइल नंबर,नाविक का नाम,इकरारनामा,लॉग बुक,पंचायतवार नावों के प्रयोग की सूची आदि तैयार कर जिला आपदा शाखा को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे.
सभी अंचल अधिकारी ऊचे क्षेत्र में चिन्हित बाढ़ शरण स्थल पर कोविड के संक्रमण को देखते हुए ही पूरी व्यवस्था करेगे,साथ ही सामुदायिक किचन का प्रतिवेदन सभी उपस्थित अंचल अधिकारियों को प्रस्तुत करने का निदेश दिया गया. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शौचालय एवं चापाकल मरम्मत के संबंध में पी एच ई डी कार्यपालक अभियंता से समन्वय कर आवश्यक करवाई सुनिश्चित करेंगे. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लाभुकों की सूची को अद्यतन करने का निर्देश डीएम द्वारा दिया गया. इसके अतिरिक्त टेंट ,जनरेटर, महाजाल,खाद्य सामग्री आदि की उपलब्धता को लेकर भी डीएम ने सभी अंचलाधिकारीयों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए. डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बाढ़ जैसी आपदा कार्यों में थोड़ी भी शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि अभी से हम अगर सभी तैयारियां पूर्ण कर लेते हैं तो निश्चित रूप से आपदा के समय परेशानी काफी कम होगी.