नई दिल्लीः पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प व वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उपजे तनाव को लेकर देश में रोष व्याप्त है. लोग चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की लगातार मांग कर रहे हैं. इस बीच नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रामदास अठावले ने भी लोगों से अपील की है कि वे चीनी भोजन का बहिष्कार करें.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि चीनी भोजन बेचने वाले रेस्तरां पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. मैं लोगों से चीनी भोजन का बहिष्कार करने की अपील करता हूं.’
आपको बता दें, गलवान घाटी में सोमवार को हिंसक झड़प में भारत के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. हालांकि भारतीय सैनिकों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. इस झड़प में 43 चीनी सैनिक भी हताहत हुए हैं, जिसमें कई की जान भी गई है.
इधर, गलवान घाटी में हिंसक झड़प वाले स्थान के पास भारत और चीन की सेनाओं के डिविजनल कमांडरों के बीच बैठक बेनतीजा रही. सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बुधवार को जानकारी दी. मेजर जनरल स्तरीय बातचीत में गलवान घाटी से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को लागू करने पर चर्चा हुई. छह जून को दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में इसी पर सहमति बनी थी.
लेह स्थित 3 इन्फेंट्री डिविजन के कमांडर मेजर जनरल अभिजीत बापट ने वार्ता में भारतीय प्रतिनिधित्व का नेतृत्व किया. मंगलवार को भी दोनों पक्षों के बीच मेजर जनरल स्तरीय बातचीत हुई.
वहीं, भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प को लेकर अरूणाचल प्रदेश के नेताओं, अग्रणी छात्र संगठनों सहित आम लोगों ने चीन की निंदा की है. चीन के नापाक मंसूबे को ध्वस्त करने के लिए लोगों ने केंद्र से एहतियाती कदम भी उठाने का अनुरोध किया है. अरूणाचल प्रदेश में चीन से लगी 3488 किलोमीटर की सीमा है.