रवि सिंह,
यूपी: आपदा या ऐसी घटना जिससे जान माल की हानि होती है ,उचित प्रबंधन से कम किया जा सकता है आपदा किसी भी रूप में किसी भी समय आ सकती है कि इसलिए सभी नागरिकों का आपदा प्रबंधन के उचित तौर-तरीकों का ज्ञान होना अति आवश्यक है.
किसी भी आपदा से निपटने के लिए सदैव तत्पर रहने वाली एनडीआरएफ के क्षेत्रीय प्रत्युत्तर केंद्र गोरखपुर की प्रशिक्षित टीम, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर व यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के अंतर्गत आज बाढ़ आपदा प्रबंधन के विषय पर तहसील खजनी में 75 आपदा मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया.
जिसका मुख्य उद्देश्य आगामी बाढ़ व कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए आपदा मित्रों की आपदा प्रबंधन में भूमिका व जिम्मेदारियो के निर्धारण के बारे विस्तृत कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें श्री डी पी चंद्रा, निरीक्षक, के द्वारा एनडीआरएफ की संरचना एवं आपदा प्रबंधन कार्य शैली के विषय में व्याख्यान दिया गया.
साथ ही साथ बाढ़ आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व, दौरान और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों व प्रबंधन के बारे में विशेष जानकारी दिया गया.
इस दौरान बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा हेतु स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व रा फ्ट, दूषित जल को घर में फिल्टर करने का तरीका, मच्छरों से बचाव के तरीके, सर्पदंश व वज्रपात पर किए जाने वाले प्राथमिक चिकित्सा के बारे में बताया गया.
इस अवसर पर केशव प्रसाद तहसीलदार खजनी-गोरखपुर, अंकुर गुप्ता तकनीकी विशेषज्ञ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण- गोरखपुर, आपदा मित्र 75 उपस्थित रहे.