गोरखपुर: कैंट एरिया के नंदानगर में अंडरपास के पास प्रॉपर्टी डीलर विजय कुमार राय ने गुरुवार की सुबह साढ़े नौ बजे सुसाइड कर लिया. ट्रैक के किनारे बाइक खड़ी करके टहल रहे प्रॉपर्टी डीलर ट्रेन गुजरने पर अचानक उसके आगे कूद गए. घटना की सूचना पर पहुंची जीआरपी और पुलिस ने परिजनों को सूचना दी. पत्नी ने पुलिस को बताया कि वह लाखों रुपए के कर्ज में डूबे थे. एक पार्टनर की शिकायत पर उनकी फोर व्हीलर इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी की पुलिस उठा ले गई थी. कारोबार में घाटा और कर्ज में डूबे प्रॉपर्टी डीलर की डिप्रेशन की दवा चल रही थी. उनके सुसाइड करने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
कुछ देर टहल ट्रेन के आगे कूदे विजय
मऊ जिले के जमालपुर के मूल निवासी विजय कुमार पांच साल से पत्नी अन्नू राय और बेटे रमन के साथ रानीडीहा, दिव्य नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे. शहर और आसपास के एरिया में प्रॉपर्टी का कारोबार करने वाले विजय कुमार ने सुनंदा टावर में सृष्टि इंफ्रासिटी नाम से ऑफिस खोला था. उनके एक पार्टनर हर्षित मिश्रा भी हैं. लॉकडाउन में वह गांव चले गए थे. करीब 15 दिन पूर्व फैमिली संग शहर आए. गुरुवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे वह अचानक अपनी बाइक लेकर निकले. ट्रैक के पास बाइक खड़ी करके इधर-उधर टहलते रहे. अहमदाबाद जा रही ट्रेन के आते ही अचानक उसके आगे कूद गए. ट्रेन की चपेट में आने से उनकी बॉडी दो टुकड़ों में बंट गई.
भारी कर्ज से हुए डिप्रेशन के पेशेंट
गेटमैन की सूचना पर जीआरपी पहुंची. पुलिस ने परिजनों को जानकारी दी. पत्नी ने पुलिस को बताया कि भूमि के कारोबार में विजय को काफी घाटा हो गया था. कर्ज में डूबे होने से वह डिप्रेशन में चले गए. बेलीपार, बाघागाड़ा में कास्तकारों से भूमि खरीदी. उसी भूमि को बेचने के लिए कई लोगों से एडवांस ले लिया था. लॉकडाउन में कारोबार ठप होने से भूमि का काम ठप हो गया. इसलिए सभी लोग गांव चले गए थे. गांव से लौटने पर कास्तकारों ने भी रुपए मांगना शुरू कर दिया. उधर कर्ज देने वाले तकादा करने लगे. कर्ज को लेकर वह कई बार पत्नी से चर्चा कर चुके थे. तीन भाइयों में छोटे विजय के बड़े भाई असुरन पर रहते हैं. दूसरे नंबर के भाई पिता संग गांव में रहते हैं.
छिन गई लग्जरी गाड़ी, रहने लगे परेशान
विजय के पास एक फोर व्हीलर थी. आरोप है कि पार्टनर की शिकायत पर उस वाहन को इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी की पुलिस उठाकर ले गई. इससे वह काफी परेशान रहने लगे. इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी प्रभारी महेंद्र मिश्र ने बताया कि विजय के नाम से सफारी को उनके पार्टनर चलाते थे. जबकि अपने पार्टनर की कार वह लेकर चलते थे. छह माह पूर्व कार से एक व्यक्ति को पुलिस ने युवती संग छेड़खानी करते हुए पकड़ लिया. इस दौरान पुलिस ने कार को लिखापढ़ी में कब्जे में ले लिया. तब पार्टनर ने विजय की सफारी ले ली. इसके बाद विजय ने गाड़ी चोरी होने का मुकदमा कैंट थाना में दर्ज कराया था. इस चक्कर में उनकी गाड़ी छिन गई.