रवि सिंह,
यूपी: भारत-नेपाल के तराई क्षेत्र में रहने वाले मधेशी व भारतीय लोगों के बीच रोटी बेटी का संबंध है. दोनों देशों के बिगड़ते रिश्तों के बीच इनको आवागमन पर प्रतिबंध लगने का डर सताने लगा है. सबसे ज्यादा डर उन परिवारों को है, जिन्होंने अपने बेटे या बेटियों की शादियां इन दोनों देशों में की है.
नेपाल सीमा से सटे ग्राम मिश्रौलिया निवासी बिस्मिल्लाह ने बेटी की शादी नेपाल के बटसार महेशपुर जिला नवलपरासी में की है. पहले दोनों देशों में लॉकडाउन और अब नेपाल से बिगड़ते रिश्ते के कारण उनकी बेटी कई महीने से मायके नहीं आ सकी है.
अब डर सता रहा कि कहीं आने जाने पर प्रतिबंध न लग जाए. सीमावर्ती बहुआर बाजार में आभूषण की दुकान करने वाले अंबरीश वर्मा का कहना है कि कभी ऐसा नहीं लगा कि भारत नेपाल अलग हैं. उनके ज्यादातर ग्राहक नेपाल के ही हैं. बिगड़ते रिश्तों को देखकर दुख हो रहा है.
भारत व नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध है. दोनों देशों के लोगों के बीच व्यापारिक व सामाजिक संबंध भी व्यापक है. सीमा पर स्थिति पूरी तरह से सामान्य है