दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को भारत-चीन विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी थी. अब इसपर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वे निश्चित रूप से कई विषयों पर अपने ज्ञान को साझा कर सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की जिम्मेदारियां उनमें से एक नहीं हैं. इसके अलावा उन्होंने सिंह को सेना का अपमान न करने की सलाह दी.
जेपी नड्डा ने कहा, ‘डॉक्टर सिंह ने एकता का आवाह्न करके बिलकुल सही किया. एक बार फिर कागज पर मजबूत शब्द गिर गए जब हम देखते हैं कि कौन एकता के वातावरण को प्रभावित कर रहा है. उम्मीद है कि डॉ. सिंह कम से कम अपनी पार्टी में जीत हासिल करने में सक्षम रहेंगे.’
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘डॉक्टर मनमोहन सिंह उसी पार्टी से संबंध रखते हैं, जिसने भारतीय क्षेत्र के 43,000 किलोमीटर से अधिक हिस्से का चीनी लोगों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. यूपीए के वर्षों के दौरान रणनीतिक और क्षेत्रीय आत्मसमर्पण को बिना किसी लड़ाई के खारिज कर दिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘डॉ. सिंह चीनी डिजाइनों के बारे में चिंतित थे, जब प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर भूमि को चीन को सौंप दिया था. उन्होंने 2010 से 2013 के बीच चीन द्वारा की गई 600 से ज्यादा घुसपैठ की अध्यक्षता की.’
नड्डा ने कहा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह निश्चित रूप से कई विषयों पर अपने ज्ञान को साझा कर सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की जिम्मेदारियां उनमें से एक नहीं हैं. यूपीए ने अपने कार्यकाल के दौरान व्यवस्थित संस्थागत क्षरण किया जिसमें सशस्त्र बलों का अनादर शामिल है. एनडीए ने इसे पलट दिया है.’
अंत में जेपी नड्डा ने कहा, ‘प्रिय डॉ. सिंह और कांग्रेस पार्टी कृपया हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान करना और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करें. आपने ऐसा एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी किया था. कृपया राष्ट्रीय एकता के सही अर्थ को समझें, विशेषकर ऐसे समय में. इसमें सुधार लाने में अब भी देरी नहीं हुई है.’