मुंबई: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से अनुमोदन मिलने के बाद बादाम का वायदा अनुबंध शुरू कर दिया है.
इस संदर्भ में बीएसई ने एक बयान में कहा कि, ‘यह बादाम में व्यापार के लिए दुनिया का एकमात्र उपलब्ध डेरिवेटिव अनुबंध है.’ भारत बादाम का वायदा शुरू करने वाला पहला देश बन गया है.
बादाम में फ्यूचर ट्रेडिंग से उत्पादकों और बड़े आयातकों को फायदा होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि ये कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव से होने वाले निकसान से बच सकेंगे.
इसके तहत, अनुबंध के कारोबार की यूनिट 1,000 किलोग्राम है और अधिकतम ऑर्डर का आकार 20,000 किलोग्राम है. इनके लिए डिलीवरी की यूनिट 1,000 किलोग्राम होगी और उन्हें नवी मुंबई में डिलीवर किया जाएगा.
मामले में बीएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने कहा कि, ‘पहली बार बादाम के लिए बीएसई बादाम वायदा के आधार पर आगे की मांग के हिसाब से व बाजार से संचालित कारकों के हिसाब से कीमत निर्धारण होगा, जिससे संबंधित पक्षों को अधिक पारदर्शिता व निश्चितता मिलेगी.’
मालूम हो कि भारत दुनिया में बादाम का सबसे बड़ा आयातक है. साल 2019 में भारत ने 1.31 लाख टन बादाम का आयात किया था. 2017 और 2018 के बीच बादाम के आयात की औसत सालाना दर 9.8 फीसदी बढ़ी है. अमेरिका में सबसे ज्यादा बादाम की पैदावर होती है. अमेरिका के बाद स्पेन और ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा बादाम की पैदावर होती है.