लखीसराय: लखीसराय जिले में आंगनवाड़ी सेविका सहायिका बहाली में गड़बड़ी के मामले में आज संख्याकी पदाधिकारी को आवेदन दिया गया. जिस आवेदन में लिखा गया है कि मैं प्रियंका कुमारी पति रवि कुमार, ग्राम पचेना ,वार्ड नंबर 7, दामोदरपुर पंचायत, प्रखंड लखीसराय का निवासी हूं.
मेरे द्वारा बाल विकास परियोजना के अंतर्गत सेविका पद के लिए 2018 में आवेदन किया गया था. जिसमें मेरिट लिस्ट में 63.2% के साथ में प्रथम स्थान पर हुं.
इसी मेरिट लिस्ट पर कुछ माह पूर्व ग्रामीणों के बीच आम सभा का आयोजन किया गया था. लेकिन सुनील कुमार के द्वारा आम सभा निरस्त कर दिया गया. दिनांक 5/12/ 2018 को आम सभा का दोबारा आयोजन किया गया. जिसमें बिना मेरिट लिस्ट के सुपरवाइजर द्वारा उसी आवेदक राशमणि कुमारी को बहाल करने का प्रयास किया गया. जबकि मेरिट लिस्ट में वह तीसरे स्थान पर हैं.
सुपरवाइजर द्वारा इस बार ग्रामीणों को बताया गया कि आवेदन में राशमणि कुमारी का विकलांग प्रमाण पत्र संलग्न दिखाया गया है. जबकि राशमणि देवी किसी भी तरह की विकलांग नहीं है. इसके पूर्व वह गृह रक्षा वाहिनी की दौड़ में भी शामिल हुई है.
इससे प्रतीत होता है कि विकलांग प्रमाण पत्र जाली है. जिसे गलत तरीके से बना कर संलग्न किया गया है. इससे पहले हुई आमसभा में आवेदिका राशमणी कुमारी की आवेदन में विकलांग प्रमाण नहीं था इससे जाहिर होता है कि सुपरवाइजर, बाल विकास परियोजना कार्यालय की मिलीभगत से इनके आवेदन में विकलांगता प्रमाण पत्र बाद में संलग्न किया गया है.
आम सभा में बार-बार सुपरवाइजर द्वारा राशमणि कुमारी को गलत तरीके से बहाल करना चाहती हैं. इससे प्रतीत होता है. कि राशमणि कुमारी धन के बदौलत अपने पक्ष में कर लिया है और हम ग्रामीणों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं.
इस संदर्भ में प्रियंका कुमारी के पति रवि कुमार से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि राशमणि देवी के पति सुनील कुमार प्रखंड कार्यालय में रोज का आना जाना तथा प्रखंड कार्यालय के अधिकारियों के साथ बैठना उठना हैं. इस वजह से भी प्रखंड कार्यालय में उनकी अच्छी पकड़ है.