रांचीः झारखंड अभिभावक मंच ने लॉकडॉउन में फीस लेने का विरोध किया है. इसके लिए अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार के द्वारा फीस नही लेने का आह्वान किया गया था, लेकिन रांची और झारखंड में कई ऐसे स्कूल है जो सरकार के आह्वान को अनदेखा कर फीस लेने में जुटे हुए हैं अभिभावक संघ ने मांग की है जब तक कोरोना का वैक्सीन तैयार नहीं हो जाता तब तक स्कूल खोलने का निर्देश सरकार को नहीं देना चाहिए.
साथ ही फीस लेने के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन चलाए जाने की जानकारी दी यह आंदोलन 26 जून से शुरू होकर 30 जून तक चलेगी. सबसे पहले 26 जून को सांकेतिक उपवास और सोशल मीडिया द्वारा झारखंड सरकार को ध्यानाकर्षण कराया जाएगा. 27 जून को जिला शिक्षा विभाग के समस्त झारखंड अभिभावक संघ के 5 प्रतिनिधियों और अभिभावकों के द्वारा धरना मांग पत्र सौंपा जाएगा. 28 जून को प्रदेश इकाई द्वारा मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. 29 जून को राजभवन और सभी जिलों के जिला शिक्षा विभाग के समक्ष आमरण अनशन और आंदोलन किया जाएगा, और 30 जून को ट्विटर अभियान के तहत राज्य और केंद्र सरकार को ट्वीट के जरिए ध्यान आकर्षित किया जाएगा.
झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि प्राइवेट स्कूलों के मनमानी के खिलाफ देश के अभिभावक आक्रोशित है. इसको लेकर सभी राज्य में आंदोलन चलाए जा रहे इसी क्रम में 30 जून तक स्पष्ट आदेश नहीं आने पर देश के अभिभावक एसोसिएशन 3 जुलाई से भूख हड़ताल करेंगे. जिसमें देश के दर्जनों राज्यों के अभिभावक एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल होगे. जिसमें झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी भी अपने राज्य में या कार्यक्रम आयोजित कर आंदोलन करेगी. ताकि राज्य से लेकर केंद्र तक अभिभावकों की आवाज सरकार तक पहुंचे.