रांची: झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी 30 जून तक जारी औपबंधिक वरीयता सूची पर आपत्ति जता सकते हैं. कार्मिक विभाग ने आपत्ति जताने की अवधि बढ़ा दी है. इस संबंध में कार्मिक विभाग ने सार्वजनिक सूचना जारी की है.
कार्मिक विभाग के अनुसार झारखंड राज्य गठन के उपरांत झारखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा सीधी भर्ती प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ एवं सीमित प्रतियोगिता परीक्षा द्वितीय/तृतीय एवं चतुर्थ बैच तथा सीधी भर्ती पंचम बैच के माध्यम से चयनित एवं नियुक्त झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों की औपबंधिक वरीयता सूची का निर्धारण करते हुए संबंधित पदाधिकारियों से एक माह के अंदर अपनी आपत्ति समर्पित करने का निर्देश दिया गया है.
औपबंधिक वरीयता सूची पर आपत्ति समर्पित करने हेतु निर्धारित एक माह की अवधि की समाप्ति के उपरांत भी कतिपय पदाधिकारियों द्वारा वरीयता सूची पर आपत्ति समर्पित की जा रही है. वर्तमान में कोविड-19 महामारी के संक्रमण संबंधी कारणों से भी वरीयता सूची पर आपत्ति समर्पित करने में कतिपय पदाधिकारियों को परेशानी हो सकती है.
इस बारे में सम्यक विचारोपरांत संबंधित पदाधिकारियों द्वारा औपबंधिक वरीयता सूची पर आपत्ति समर्पित करने की तिथि 30 जून, 2020 तक विस्तारित की जाती है. संबंधित पदाधिकारियों से उक्त अवधि तक प्राप्त आपत्ति पर सम्यक विचारोपरांत अंतिम रूप से वरीयता सूची का प्रकाशन किया जायेगा.