रवि सिंह,
गोरखपुर: विश्वविद्यालय एवं सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर व उनसे संबद्ध समस्त महाविद्यालयों के स्नातक के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा दिए उनकी अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने हेतु छात्र नेता मनीष ओझा के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने 4 सूत्रीय ज्ञापन मंडलायुक्त गोरखपुर मंडल गोरखपुर के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सौंपा.
गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता मनीष ओझा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी मनमानी कर रही है जबकि विश्वविद्यालय खुद में एक स्वतंत्र इकाई है लेकिन कुलपति हमारे मांगों की अनदेखी कर रहे हैं जबकि उनको मैंने विगत महीने 23 मई 2020 को ही स्नातक के छात्र-छात्राओं को प्रोन्नति करने हेतु ज्ञापन सौंपा था.
जिसको उन्होंने ठंडे बस्ते में डाल दिया उसके बाद 23 जून 2020 को प्रशासनिक भवन पर तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन करने के बाद कुलपति के माध्यम से उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को भी इस संबंध में ज्ञापन सौंपा गया. पुनः मैंने एचआरडी मंत्रालय व उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री दिनेश चंद शर्मा को फैक्स व ईमेल के माध्यम से स्नातक के छात्र-छात्राओं को प्रोन्नति करने हेतु पत्र भेजा था हमारे द्वारा व छात्र-छात्राओं के सहयोग से सोशल साइट ट्विटर पर BoycottExamPromoteStudentsSaveFuture व CancelExamsInUP आज उत्तर प्रदेश में पांचवें नंबर पर ट्रेड कर रहा है जिससे यह पता चलता है कि हमारी मांग जायज है व इसका भरपूर समर्थन भी छात्र-छात्राओं द्वारा मिल रहा है.
छात्र नेता नारायण दत्त पाठक व सुशील चंद्र ओझा ने संयुक्त रूप से कहा कि यदि हमारी मांगों को जल्द ही नहीं माना गया तो हम सभी छात्र भयंकर आंदोलन को बाध्य होंगे.
ज्ञापन देने वालों में सर्व नारायण दत्त पाठक, सुशील चंद्र ओझा, प्रकर्ष पांडे, प्रबोध पांडे, सतीश प्रजापति, रितेश मद्धेशिया, गौरव प्रजापति, आकाश प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे.