जनता की सतर्कता के कारण कोरोना से जरुर जीतेंगे : डॉ प्रणव कुमार बब्बू
रांची : अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, झारखण्ड प्रदेश द्वारा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये राजधानी के सिल्ली, मुरी, टाटीसिलवे एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 दवा का वितरण किया गया.
इस अवसर पर आयोजित विविध कार्यक्रमों में बोलते हुए रांची के पूर्व सांसद और समाजसेवी रामटहल चौधरी ने कहा कि पूरे देश के अनेक प्रमुख नगरों में कोरोना का घातक प्रभाव है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को कोरोना से बचाना कहीं अधिक जरूरी है. उन्होंने कहा कि अभी तक ग्रामीण क्षेत्र का आम तौर पर प्रभावित ना होना ख़ुशी की बात है और सतर्कता से ही यह संभव हो सका है. इस संदर्भ में श्री चौधरी ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा ग्रामीण क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को समय के अनुकूल और सार्थक कदम बताया.
विविध कार्यक्रमों में अपने विचार व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि कोरोना बीमारी ने पूरी दुनिया को यह बता दिया है कि बिना परस्पर सहयोग, अधिकतम जानकारी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के अभी कोई भी सुरक्षित नहीं और सभी की जिम्मेदारी है कि इस वायरस जनित बीमारी से अपना बचाव सुनिश्चित करे. उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिये सरकार द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन बहुत जरूरी है और झारखण्ड के लोग विशेषकर ग्रामीण बहुत अधिक जागरूक हैं जिससे यह विश्वास है कि कोरोना के विरुद्ध हम जरुर जीतेंगे. डॉ.बब्बू ने कहा कि सभी की जिम्मेदारी है कि वह इस संदर्भ में सरकार एवं प्रशासन की सहायता करे एवं सोशल डिस्टेंस, मास्क, स्वच्छता जैसे उपाय को अपनाये. उन्होंने कहा कि महासभा ने बहुत सार्थक भूमिका निभाने का प्रयास किया है और यह निरंतर जारी रहेगा.
सभी कार्यक्रमों में आम लोगों के मध्य होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 दवा एवं गमछा वितरण के साथ ही सोशल डिस्टेंस के महत्व और कोरोना बीमारी के संदर्भ में लोगों को जागरूक किया गया. सघन प्रचार-प्रसार के साथ आम लोगों को यह जानकारी दी गयी कि सभी के हित में अभी नियमों का सख़्ती से पालन सबसे अधिक जरूरी है.
महासभा के निर्णयानुसार कोरोना से सुरक्षा के लिये सभी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये पूरे झारखण्ड में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा अनुशंसित होम्योपैथिक औषधि “आर्सेनिक एल्बम 30” दवा का वितरण पाँच लाख लोगों के मध्य करने की योजना के तहत दवा देने के साथ ही लोगों को जागरूक किया गया. आज विशेष रूप से सिल्ली, मुरी एवं टाटीसिलवे के साथ ही आसपास के रामपुर, बरलंगा, दुमका, अमतोला, हरेबिर, गढख़तांग, कुटरु, पेपरदाग, गंगाघाट, जोन्हा, जरगा, लेटाटांड, नवाटोली, पुरनाडीह, सताकी, बोंगईबेड़ा, कूबाडीह, चंदनडीह, मारनाडीह, बेहरजाड, पोवादिडी, जिंतु, पूड़दागा, बरालडीह, सेरेंघातु सहित अनेक गाँव के कुल 4550 लोगों को दवा दिया गया जिससे 22750 लोगों को सीधा फायदा होगा. आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह 84, 85 एवं 86वा शिविर था और अबतक एक लाख पंद्रह हज़ार से अधिक सीसी का वितरण किया जा चुका है. डॉ.बब्बू ने कहा कि निशुल्क दवा का वितरण निरंतर जारी रहेगा क्योंकि किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता के उन्नयन के लिये इस दवा को बेहद प्रभावी माना गया है. अवि होमियो हाल एवं झारखण्ड होमियोपैथी एसोसिएशन के डॉ.राजीव कुमार एवं मन्नत होमियो हाल के राजेश कुमार के सहयोग से आयोजित आज के कार्यक्रमों में सुभाष महतो, लम्बोदर महतो, शोभाराम महतो, तुलसीदास, मोतीलाल, चन्द्रदेव सिंह, कृष्णा जी, पशुआ बड़ाईक, शब्बीर अली, आरती देवी सहित अनेक लोग विशेष रूप से उपस्थित थे.
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने शरीर की प्रतिरोध क्षमता के उन्नयन के लिये आर्सेनिक 30 एल्बम की अनुशंसा की है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ.प्रणव कुमार बब्बू, जयदीप सहाय, विजय कुमार दत्त पिन्टू, सूरज कुमार सिन्हा, सुजीत प्रसाद, दिनेश प्रसाद सिन्हा, राकेश रंजन बब्लू, संजय शौर्य, राजीव रंजन सिन्हा, विजय कुमार, आलोक परमार, सूर्य विकास मिंज सहित एबीकेएम के अन्य पदाधिकारियों एवं महापरिवार सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.