नई दिल्ली: एक ओर दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए कोरोना मरीजों का इलाज करने से सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ ICMR के सूत्रों का कहना है कि ये थेरेपी कोरोना के उपचार में सफल नजर नहीं आ रही है. 425 कोरोना मरीजों पर इसका ट्रायल किया गया, लेकिन 300 मरीजों को प्लाजमा देने के बाद भी उनकी हालत ठीक नहीं हुई.
प्लाज्मा थेरेपी पर किया जा रहा अध्ययन
हालांकि आधिकारिक तौर पर ICMR ने इस बात की पुष्टि नहीं की है. उनका कहना है कि अभी प्लाज्मा थेरेपी पर अध्ययन किया जा रहा है. इसके परिणामों का इंतजार है, जिसके बाद ही साफ हो पाएगा कि ये थेरेपी कोरोना मरीजों के इलाज में कितनी कारगर साबिह हो रही है.
अधिकतर मरीजों पर नहीं दिख रहा थेरेपी का असर
आईसीएमआर सूत्रों की मानें तो प्लाज्मा थेरेपी के शुरुआती परीक्षण के नतीजे सामने आए हैं, जिसके बाद ऐसा लग रहा है कि इस थेरेपी से कोरोना मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार सी मदद नहीं हो रही है. अधिकतर मरीजों में इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. सूत्रों का कहना है कि फिलहाल परीक्षण पूरा नहीं हुआ है.